Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019भारत-चीन कमांडर्स की चौथे दौर की बातचीत,डिएस्कलेशन की कोशिशें जारी

भारत-चीन कमांडर्स की चौथे दौर की बातचीत,डिएस्कलेशन की कोशिशें जारी

पीपल्स लिबरेशन आर्मी और भारतीय सेना के कमांडर्स के बीच भारतीय क्षेत्र स्थित चुसुल में चौथे दौर की बातचीत हुई.

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
भारत-चीन एलएसी के पास सैनिकों को पूरी तरह से हटाने के लिए सहमत (लीड-1)
i
भारत-चीन एलएसी के पास सैनिकों को पूरी तरह से हटाने के लिए सहमत (लीड-1)
null

advertisement

पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर लंबी तनातनी के बाद अब लगातार डिएस्कलेशन की कोशिशें जारी हैं. भारत और चीन दोनों देशों की सेना और कूटनीति के स्तरों पर बातचीत हो रही है. 14 जुलाई को चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी और भारतीय सेना के कमांडर्स के बीच भारतीय क्षेत्र स्थित चुसुल में चौथे दौर की बातचीत हुई.

5 जुलाई को भारत चीन के स्पेशल रिप्रिजेंटेटिव के बीच हुई बातचीत में दोनों पक्षों ने पूरी तरह से डिस्एंगेजमेंट पर चर्चा की थी. 14 जुलाई को हुई बैठक में सीनियर कमांडर्स ने पहले चरण के डिसएंगेजमेंट को रिव्यू किया और पूरी तरह से डिसएंगेजमेंट को लागू करने के संबंध में कदम उठाने पर चर्चा की.

भारतीय सेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारत और चीन दोनों पूरी तरह से डिसएंगेजमेंट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ये प्रक्रिया काफी पेंचीदा है और इसमें लगातार वेरीफिकेशन करते रहना होगा. वो भी लगातार कूटनीतिक और सेना के स्तर पर बातचीत करके प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

9 जुलाई को खबर आई थी कि दोनों देशों की सेनाएं अपनी पहले वाली स्थिति में जा चुकी हैं. यानी दोनों देशों के बीच सहमति के बाद जो तय किया गया था वो अब पूरा हो चुका है. बताया गया है कि ईस्टर्न लद्दाख में तीन प्वाइंट्स पर भारत और चीन की सेनाएं पीछे हटी. चीनी सैनिक हॉट स्प्रिंग एरिया (पेट्रोलिंग प्वाइंट 17) से करीब दो किलोमीटर पीछे हटे.

तनाव के बीच कैसे बनी सहमति?

15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों में तनाव काफी ज्यादा बढ़ चुका था. सेनाएं बॉर्डर पर तैनात थीं, एयरफोर्स के फाइटर जेट भी लद्दाख के आसमान में गरजते हुए दिख रहे थे. लेकिन इसी बीच भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीनी विदेश मंत्री ने फोन पर बात की. तमाम बातचीतों के बाद इन दोनों की ये बातचीत कामयाब साबित हुई और दोनों देश डिसइंगेजमेंट के लिए तैयार हो गए.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT