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भारत स्पेस में एक और बेहद महत्वाकांक्षी योजना को अमली जामा पहनाने की तैयारी में है. भारत अब अपना स्पेस स्टेशन बनाने की योजना बना रहा है. इसरो चीफ के. सिवन ने यह जानकारी दी. बुधवार को उन्होंने भारत के चंद्रयान मिशन-2 का ऐलान किया था.
सिवन ने कहा कि भारत का यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट गगनयान मिशन का विस्तार होगा. गगनयान मिशन के तहत 2022 में भारतीय दलों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा. उन्होंने इस बारे में ज्यादा जानकारी तो नहीं दी लेकिन कहा कि अगले पांच-सात साल में इसका खाका तैयार हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट में कितना खर्च आएगा अभी इसका आकलन नहीं किया गया है.
सिवन ने पत्रकारों से कहा
सिवन ने बुधवार को भारत के चंद्रयान-2 मिशन का ऐलान किया था, जो 15 जुलाई को लॉन्च होगा. चंद्रमा के लिए भारत का दूसरा मिशन 'चंद्रयान 2' श्रीहरिकोटा से 15 जुलाई को आधी रात के बाद लॉन्च होगा. इसरो में इससे जुड़ी तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं. इसरो चंद्रमा पर भेजे जाने वाले 3.8 टन वजन वाले अंतरिक्ष यान को अंतिम रूप दे रहा है. लॉन्चिंग के कई हफ्तों बाद यह चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. यह वह हिस्सा है, जहां आज तक दुनिया का कोई अंतरिक्ष यान नहीं उतरा है.
दस साल में दूसरी बार भारत चांद पर मिशन भेज रहा है. इसरो के मुताबिक ऑर्बिटर, मिशन के दौरान चांद का चक्कर लगाएगा और फिर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा. चंद्रयान-1 2009 में भेजा गया था. हालांकि, उसमें रोवर शामिल नहीं था. चंद्रयान-1 में केवल एक ऑर्बिटर और इंपैक्टर था. इसरो ने इस चंद्रयान-2 मिशन की कई तस्वीरें जारी की है. इस वजह से इसके बारे में उत्सुकता और रोमांच काफी बढ़ गया है.
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