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China-Taiwan Tension: ताइवान पर चल रही उथल-पुथल के बीच पहली बार भारत ने मामले पर प्रतिक्रिया दी है. भारत ने सभी पक्षों से "धैर्य रखने" की अपील करते हुए किसी भी पक्ष से "मौजूदा स्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई" से बचने को कहा है.
भारत ने सीधे तौर पर "वन चाइना पॉलिसी" का जिक्र ना करते हुए कहा कि हमारी "संबंधित नीतियां" सतत् और अच्छी तरह जानी-पहचानी हैं, उन्हें दोहराना जरूरी नहीं है. बता दें चीन के साथ संबंध रखने वाले सभी देश सैद्धांतिक तौर पर वन चाइना पॉलिसी का समर्थन करते हैं, इसके मुताबिक चीन के पारंपरिक इलाकों में एक ही चीनी राष्ट्र होगा, जिसकी वैधानिक सरकार कम्युनिस्ट सरकार है.
मौजूदा स्थिति को बदलने की एकतरफा कार्रवाई से यहां भारत का उद्देश्य चीन से ताकत का इस्तेमाल कर ताइवान की स्थिति में बदलाव लाने की कोशिश ना करने के लिए कहना है.
यह बातें विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहीं. वे भारत की नाटो के साथ बातचीत पर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. बता दें रिपोर्टों के मुताबिक भारत ने ब्रूसेल्स में नाटो के साथ पहली बातचीत 12 दिसंबर, 2019 को की थी.
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