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इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) की ओर से 03 नवंबर 2021 को घोषणा की गई कि वह तीन साल के अंदर पूरे देश में दस हजार इलेक्ट्रॉनिक वाहनों (Electronic Vehicle) के चार्जिंग स्टेशन का निर्माण करेगा.
मीडिया से बातचीत करते हुए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के चेयरमैन एस ऍम वैदय (S M Vaidya) ने बताया कि प्रस्तावित दस हजार स्टेशनों में से 2000 स्टेशन का निर्माण एक साल के अंदर किया जाएगा और बाकी 8000 चार्जिंग स्टेशन का निर्माण अगले दो सालो में पूरा किया जाएगा.
मीडिया से बातचीत के दौरान वैदय ने कहा
यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ग्लासगो में आयोजित COP 26 समिट में लिए गए नॉन फॉसिल एनर्जी कैपेसिटी को बढ़ाने के संकल्प को ध्यान में रख कर लिया गया है.
वैदय ने आगे कहा की इस योजना से देश में नॉन फॉसिल एनर्जी क्षमता को 2030 तक 500 गीगावाट्स तक बढ़ा देना है, जो कि 2030 तक रिन्यूएबल रिसोर्सेज द्वारा देश की 50 प्रतिशत तक ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करेगा. साथ ही 2030 तक यह कार्बन एमिशन के इस्तेमाल में 1 बिलियन टन तक कमी लाएगा. इस आधार पर चलकर हम 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य प्राप्त करने की उम्मीद रखते है.
इलेक्ट्रॉनिक वाहनों के चार्जर तीन प्रकार के होंगे जो कि वाहन की क्षमता के अनुसार स्लो. फास्ट और हैवी ड्यूटी चार्जर होंगे. भारतीय ऑयल कॉर्पोरेशन की और से हाई प्रायोरिटी शहरों की लिस्ट जारी की गई. मुंबई , दिल्ली, बैंगलोर , हैदराबाद, अहमदाबाद , चेन्नई , कोलकाता, सूरत और पुणे वो नौ शहर हैं जिन शहरों में यह चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जायेंगे.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतों पर वैदय ने कहा मै मानता हूं कीमतों में बढ़ोतरी हुई है लेकिन उसके साथ साथ पेट्रोल के इस्तेमाल में 8 से 9 प्रतिशत और डीजल के इस्तेमाल में डेढ़ प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखी गई है.
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