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कुछ खास ट्रेनों को निजी हाथों में सौंपने की कवायद के तहत, रेलवे ने दो ट्रेनों की कमान IRCTC को सौंपने का फैसला लिया है. अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल और दिल्ली-लखनऊ के बीच चलने वालीं तेजस एक्सप्रेस ट्रेनों को प्रयोग के तौर पर IRCTC को सौंपा जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, इन ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर लगाया जाएगा, जिसे IRCTC तय करेगा. रेलवे में फ्लेक्सी फेयर स्कीम साल 2016 में शुरू की गई थी. इसके तहत, देश की करीब 142 प्रीमियम ट्रेन, जैसे शताब्दी, दूरंतो और राजधानी में, 10 प्रतिशत सीट बिकने के साथ-साथ, किराये में भी 10 फीसदी की बढ़ोतरी होती है. केवल एसी फर्स्ट क्लास और एग्जीक्यूटिव क्लास में फ्लेक्सी फेयर नहीं लगता.
टिकट बुकिंग के लिए एक साल तक IRCTC रेलवे के ही वेब पोर्टल का इस्तेमाल करेगी. रेलवे बोर्ड ने हालांकि IRCTC को साथ-साथ अपना टिकट सिस्टम बनाने के लिए भी कहा है.
वहीं, कोई भी दुर्घटना होने पर पैसेंजरों को वही सुविधाएं दी जाएंगी, जो रेलवे के पैसेंजर्स को मिलती हैं. IRCTC के पैसेंजर्स एक्सीडेंट में क्लेम के लिए भी योग्य होंगे. पैसेंजर्स को सभी तरह की मदद मुहैया कराई जाएगी. रेलवे इन ट्रेनों का रखरखाव भी करेगा.
पैसेंजर्स को वर्ल्ड क्लास सर्विस उपलब्ध कराने के लिए निजी ऑपरेटर्स को लाने का प्रस्ताव रेलवे ने अपनी 100 दिन की योजना में पेश किया था. IRCTC को दो ट्रेनों का ऑपरेशन सौंपना, इस तरफ पहला कदम बताया जा रहा है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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