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कोरोना वायरस (Coronavirus) संकट के बीच इंदौर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. कोरोना वायरस से संक्रमित 87 साल के बुजुर्ग की मौत के बाद उनके शव को हॉस्पिटल में चूहों ने कुतर दिया और उनके पार्थिव शरीर को बुरी तरह से जख्मी कर दिया. परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल ने करीब एक लाख रुपये लेने के बाद ही शव परिवार को सौंपा. अब पूरा मामला सामने आने के बाद इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही स्वास्थ्य विभाग हॉस्पिटल में पेस्ट कंट्रोल को लेकर सतर्क हो गया है.
इंदौर शहर के इतवारिया बाजार इलाके के रहने वाले 87 साल के बुजुर्ग नवीन चंद जैन को उनके परिवार वालों ने 17 सितंबर को सांस लेने में दिक्कत आने के बाद इंदौर के प्राइवेट हॉस्पिटल यूनिक में भर्ती कराया. मतृक के परिवारजन विवेक जैन ने क्विंट को बताया कि पहले जब हम अपने दादा को हॉस्पिटल लेकर गए तो हॉस्पिटल वाले एडमिट नहीं कर रहे थे उनका कहना था कि 50 हजार रुपये एडवांस जमा कीजिए तभी भर्ती करेंगे.
परिजनों ने बताया कि 20 सितंबर की रात को डेढ़ बजे करीब हमें खबर दी गई कि मरीज का निधन हो गया है. इसके बाद उन्होंने बॉडी को नीचे रख दिया और ध्यान नहीं दिया. 21 सितंबर को जब परिवार वाले दोपहर यूनिक हॉस्पिटल बॉडी लेने पहुंचे तो देखा कि चूहों ने मृत शरीर को बुरी तरह से कुतर दिया है. जो हमारे परिवार के सदस्य के साथ हुआ है, वो किसी और के साथ नहीं होना चाहिए. प्रशासन की तरफ से भी हमें कोई मदद नहीं मिली.
परिजन विवेक जैन का कहना है कि 'जो हमारे परिवार के सदस्य के साथ हुआ है, वो किसी और के साथ नहीं होना चाहिए. प्रशासन की तरफ से भी हमें कोई मदद नहीं मिली.'
यूनिक अस्पताल में बुजुर्ग की मौत के बाद शव के साथ हुई अनदेखी की घटना चर्चा में आने के बाद इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं और ADM अजय देव शर्मा को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है.
इस घटना को लेकर क्विंट ने इंदौर के CMHO प्रवीण जड़िया से बात की. उन्होंने बताया कि मामले की जांच के आदेश दिए हैं लेकिन अभी हॉस्पिटल पर कोई फौरी एक्शन नहीं लिया गया है. घटना का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में पेस्ट कंट्रोल वाला काम ठीक से नहीं किया गया और लापरवाही सामने आई है. इसमें हमने टीम बनाई है जो जांच करेगी.
CMHO प्रवीण जड़िया से जब हमने परिवार के वित्तीय अनियमितताओं को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि जब परिवार वाले लिखित में शिकायत देंगे तो इसमें निश्चित जांच होगी, जो भी गड़बड़ी पाई जाएगी. उसके आधार पर कार्रवाई करेंगे.
कोरोना संक्रमित मरीज के शव के साथ ये घटना प्राइवेट अस्पताल यूनिक हॉस्पिटल में घटी. हॉस्पिटल प्रशासन से हमने बात करने की कोशिश की लेकिन अब तक उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है. उनका पक्ष आने पर हम स्टोरी में शामिल करेंगे.
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