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कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर इजरायली फर्म की ओर से सोशल मीडिया प्लैटफार्म को प्रभावित कर चुनावों में हेरफेर का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने अंडरकवर मीडिया के खुलासे के बाद आरोप लगाया कि एक इजरायली फर्म ने 30 से अधिक देशों के चुनावों को कथित रूप से प्रभावित किया है. कंपनी ने तोड़फोड़ और गलत सूचना फैलाकर चुनावों में दखल दिया है. इजरायली फर्म का दुष्प्रचार अभियान सत्तारूढ़ बीजेपी के आईटी सेल के समान है.
कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग की है. सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्र पर आरोप लगाया कि भारत के लोकतंत्र को सत्ताधारी बीजेपी की ओर से हाईजैक किया जा रहा है. लोकतंत्र में दखल देने के लिए इजरायल की एक फर्म की मदद ली जा रही है. भारत में बैठकर बीजेपी साजिश कर रही है.
दरअसल, फ्रांस स्थित गैर-लाभकारी संस्था ने 'टीम जॉर्ज' के कारनामों का पर्दाफाश किया है. एक इजराइली फर्म पर हैकिंग, हेरफेर और गलत सूचना फैलाकर दुनियाभर में 30 से अधिक चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश का आरोप लगा है. 'गार्जियन' ने बुधवार को एक गुप्त मीडिया जांच का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में ये जानकारी दी. रिपोर्ट के मुताबिक, इससे साबित होता है कि दुनिया भर में निजी कंपनियां कैसे अपने आक्रामक हैकिंग टूल और सार्वजनिक राय को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की ताकत फायदा उठा रही हैं.
इजराइली फर्म ने "टीम जॉर्ज" नाम से फेक आइडेंटिटी के साथ अपने संभावित ग्राहकों के रूप में पत्रकारों से बात की और अपने तरीकों, अपनी क्षमताओं का इस्तेमाल किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि "टीम जॉर्ज" का बॉस ताल हनान है. 50 वर्षीय पूर्व इजराइली ताल हनान विशेष बल का संचालक है. वो कथित रूप से सुरक्षित टेलीग्राम अकाउंट्स, हजारों फेक सोशल मीडिया प्रोफाइल और न्यूज स्टोरीज को 'ट्रिटमेंट' देने में माहिर होने का दावा करता है.
'द गार्जियन' ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि "टीम जॉर्ज द्वारा बताए गए तरीके और तकनीक बड़े तकनीकी प्लेटफॉर्म के लिए नई चुनौतियां खड़ी करते हैं." रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूके, यूएस, कनाडा, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, मैक्सिको, सेनेगल, भारत और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों में "फर्जी सोशल मीडिया अभियान" के पीछे छद्म नाम "जॉर्ज" का उपयोग किया गया था.
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