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कोरोना वायरस के बढ़ते केसों के बीच हो रही JEE-NEET की परीक्षा के खिलाफ देशभर में छात्र विरोध कर रहे हैं, लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) परीक्षा टालने के मूड में बिल्कुल नहीं है. 1 सितंबर से 6 सितंबर के बीच JEE मेन की परीक्षा आयोजित कराई जाएगी, और NEET की परीक्षा 13 सितंबर को होगी. ऐसे में कई राज्य सरकारों ने छात्रों की सहूलियत के लिए इंतजाम किए हैं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्य सरकारों ने छात्रों को फ्री ट्रांसपोर्ट देने का ऐलान किया है.
जानिए कौन से राज्यों ने उठाए कौन से कदम?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने और वापस लाने की जिम्मेदारी सरकार निभाएगा. सीएम चौहान ने लिखा, “JEE Mains और NEET के परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने निःशुल्क परिवहन की व्यवस्था की है.” सीएम ने कहा कि उन्होंने सभी संबंधित जिला प्रशासन को इसके आदेश दिए हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि अगर छात्र अपने साथ किसी सहयोगी को ले जाना चाहते हैं, तो उन्हें भी वो मुफ्त में ले जा सकते हैं.
इसके लिए छात्रों को 181 नंबर पर संपर्क करना होगा, या फिर वो mapit.gov.in/covid-19 पर जाकर खुद को रजिस्टर करा सकते हैं. अगर कोई छात्र दूर गांव में रहता है, तो उसे खुद से विकास खंड मुख्यालय या जिला मुख्यालय आना होगा, जहां से उसे सरकारी गाड़ी परीक्षा केंद्र तक ले जाएगी.
ओडिशा सरकार न केवल छात्रों को मुफ्त ट्रांसपोर्ट की सुविधा दे रही है, बल्कि उनके रहने का भी इंतजाम कर रही है. ओडिशा के मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने बताया कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने JEE-NEET छात्रों के मुफ्त परिवहन और रहने का बंदोबस्त करने का आदेश दिया है. सभी छात्रों को अपने नोडल अफसरों को इसकी जानकारी देनी होगी.
ओडिशा सरकार ने छात्रों की सहूलियत के लिए नंबर भी जारी किए हैं, जिसपर वो संपर्क कर सकते हैं.
ओडिशा के 7 शहरों में करीब 26 परीक्षा केंद्रों में 37 हजार छात्र परीक्षाओं में बैठेंगे. इसके लिए छात्रों ने पहुंचना भी शुरू कर दिया है, जिसकी तस्वीरें मुख्य सचिव ने ट्वीट कीं.
छत्तीसगढ़ सरकार ने भी छात्रों को मुफ्त लाने-ले जाने की सुविधा दी है. सीएम भूपेश बघेल ने 30 अगस्त को ट्वीट कर बताया कि JEE और NEET परीक्षा के लिए छात्रों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने और वहां से वापस लाने के लिए निशुल्क परिवहन की व्यवस्था करेगी.
सीएम बघेल ने परीक्षा में बैठने वाली लड़कियों को साथ में एक अभिभावक को भी ले जाने की सुविधा दी है. अभिभावक साथ ले जाने पर किसी भी छात्र से कोई पैसे नहीं लिए जाएंगे.
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