advertisement
जेसिका लाल (Jesica lal) के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ने वाली उनकी बहन सबरीना लाल का रविवार शाम को निधन हो गया. उनकी मौत की खबर उनके भाई रंजीत लाल ने दी. उन्होंने बताया कि सबरीना काफी समय से बीमार थीं रविवार को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और हम उन्हें अस्पताल ले गए. लेकिन उनको बचा नहीं पाए.
52 साल की सबरीना काफी दिनों से बीमार थीं, वो लीवर की बीमारी से परेशान थीं, कई महीनों से उनका इलाज चल रहा था रविवार शाम को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
इस मर्डर केस की कहानी शुरू हुई थी दिल्ली के एक रेस्टोरेंट से, जहां मनु शर्मा और जेसिका लाल दोनों मौजूद थे. 29 अप्रैल 1999 की रात रेस्टोरेंट में मनु शर्मा ने जेसिका लाल की सिर्फ इसलिए गोली मारकर हत्या कर दी थी, क्योंकि उसने शराब परोसने से इनकार कर दिया था. मनु शर्मा कोई आम आदमी नहीं था, बल्कि हरियाणा के बड़े नेता विनोद शर्मा का बेटा था. इसलिए ये केस पहले से ही हाई प्रोफाइल था.
मनु शर्मा जेसिका की हत्या कर फरार हो गया. पुलिस ने उसकी तलाश में जगह-जगह छापेमारी की. दिल्ली पुलिस ने मनु शर्मा की कार को यूपी के नोएडा से बरामद किया. जिसके बाद आखिरकार मनु शर्मा ने 6 मई 1999 को चंडीगढ़ की एक अदालत में सरेंडर कर दिया. मुख्य आरोपी के सरेंडर के बाद 10 अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया.
अपनी बहन को इंसाफ दिलाने के लिए सबरीना ने बड़े-बड़े लोगों से टक्कर ली, उन्हें लगातार धमकियां भी मिलती रहीं, लेकिन उन्होंने बिना किसी की परवाह किए निडर होकर सालों तक अपनी बहन को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)