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जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) कैंपस में 5 जनवरी को छात्रों पर हुए हमले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हैरानी जताई है. सीएम केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि पुलिस को तुरंत हिंसा को रोक शांति बहाल करनी चाहिए. अगर हमारे छात्र यूनिवर्सिटी के कैंपस में सुरक्षित नहीं रहेंगे, तो देश कैसे तरक्की करेगा?
केजरीवाल के इस बयान से ट्विटर पर लोगों ने नाराजगी जताई है और उन्हें ट्विटर पर नाराजगी दिखाने के बदले छात्रों के साथ खड़े होने की सलाह दे रहे हैं.
जेएनयू में हिंसा होने के तुरंत बाद दिल्ली के सीएम ने ट्वीट कर कहा, “जेएनयू में हुई हिंसा को जानकर मैं बहुत हैरान हूं. छात्रों पर बुरी तरह से हमला किया गया. पुलिस को तुरंत हिंसा को रोक शांति बहाल करनी चाहिए. अगर हमारे छात्र यूनिवर्सिटी के कैंपस में सुरक्षित नहीं रहेंगे, तो देश कैसे तरक्की करेगा?”
जिसके बाद एक यूजर साची ने कहा, “कृपया अपनी कार में जाएं और JNU पहुंचे. एंबुलेस लेकर जाएं. अपने पार्टी के वकीलों को बुलाएं. मदद करें. कुछ करें.
एक यूजर ने लिखा है, “केजरीवाल सर, दिल्ली चुनावों को किनारे कीजिए, जाइए और छात्रों के साथ खड़े हो जाइए. यह उन्हें ताकत और समर्थन देगा. उन्हें निराश मत कीजिए.”
बॉलिवुड एक्टर हुमा कुरैशी ने भी केजरीवाल को ट्वीट कर कहा कि वो जेएनयू जाएं और इन, पागलपन को रोकें. उन्होंने कहा, “जाइए और कुछ कीजिए !! इस पागलपन को रोकें ... यही क्षण है .. कृपया दर्शक नहीं बने रहिए.”
एक यूजर ने तो केजरीवाल से धरने पर बैठने तक की सलाह दे दी.
जेएनयू में छात्रों पर हुए हमले को देखते हुए कई लोगों ने दिल्ली पुलिस के कामकाज पर भी सवाल उठाए हैं. साथ ही लोगों का मानना है कि दिल्ली के सीएम होने के नाते अरविंद केजरीवाल को सड़क पर उतरना चाहिए. “एक यूजर ने लिखा है कि क्या सड़क पर आने का समय नहीं आ गया है. मुझे यकीन है कि अगर सीएम अभी जेएनयू पहुंच जाएंगे, पुलिस भीड़ पर एक्शन लेने को मजबूर हो जाएगी.”
जेएनयू हिंसा के तुरंत बाद, मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) से बात की और उनसे आदेश को बहाल करने का आग्रह किया. केजरीवाल के इस ट्वीट पर लोगों ने जमकर खिंचाई करते हुए कहा कि क्या आपको उप राज्यपाल पर यकीन है?
एक यूजर साकेत ने कहा, “5 साल आप यही कहते रहे कि एलजी बीजेपी के बनाए हुए हैं. लेकिन अब एलजी पर आपका यकीन देखकर हैरान हूं. अफसोस की बात है कि, सीएम के रूप में, पिछले 4 हफ्तों में आपका रवैया कुछ भी रहा हो लेकिन "आश्वस्त" वाला रहा. आशा है कि जन्मदिन का केक स्वादिष्ट रहा होगा.”
जेएनयू हमला और केजरीवाल की आलोचना ऐसे समय में हो रही है जब दिल्ली में चुनाव को मुश्किल से एक महीना बाकी है. इस बीच, जेएनयू में 5 जनवरी की शाम हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने आवास पर एक बैठक बुलाई है, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों ने भाग लिया.
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