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जोशीमठ Photos: उदास चेहरे-बिलखते लोग, विरोध करते तो कभी सपने समेटने की कोशिश

दरकते पहाड़ से उपजी दरारों में समाते सपनों को बचाने की कोशिश में जुटा जोशीमठ

सुजीत कुमार
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p> होटल मलारी इन और होटल माउंट व्यू को गिराने के आदेश.</p></div>
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होटल मलारी इन और होटल माउंट व्यू को गिराने के आदेश.

(फोटो: अलटर्ड बाय क्विंट हिंदी)

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जोशीमठ (Joshimath) में बने कई घरों में दरारें आने लगी हैं. हालात ऐसे हैं कि लोगों को विस्थापित करना पड़ रहा है. 723 घरों को भूस्खलन की वजह से क्षतिग्रस्त चिन्हित किया गया है. 86 घरों की असुरक्षित मार्किंग की गई है. जोशीमठ में लगातार परिवारों को अस्थायी जगहों पर भेजा जा रहा है. सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने 1.5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है. जोशीमठ की स्थिति और वहां के लोगों की कुछ तस्वीरें दिखाते हैं.

उतराखंड के शहर जोशीमठ के एक होटल मलारी इन की दीवारों में दरारें आ गई जिसके बाद उसको गिराने के आदेश दिए गए. ध्वस्त करते समय होटल की मालकिन भावुक हो गईं.

(फोटो: PTI)

जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्र में होटल माउंट व्यू को गिराने से पहले होटल की छत से पानी की टंकियां हटाते वर्कर्स.

(फोटो: PTI)

उत्तराखंड के जोशीमठ में आपदा के बाद घरों में दरारें आने लगी हैं. कई घर अपने आप भी गिर रहे हैं. ऐसे में वहां रहने वालों में दहशत का माहौल है. लोगों को मजबूरी में सामान लेकर दूसरी जगह जाना पड़ रहा है.

(फोटो: PTI)

जोशीमठ में रहने वाले लोगों के चेहरों पर उदासी है. इस हफ्ते के शुरुआत में जोशीमठ में करीब 131 परिवारों को अस्थायी जगहों पर भेजा जा रहा है.

(फोटो: PTI)

जोशीमठ में अधिकारियों द्वारा असुरक्षित चिह्नित किए गए इमारतों और घरों के सामने बैठी हुई महिलाएं.

(फोटो: PTI)

जोशीमठ में जमीन धंसने की वजह से कई परिवारों को नुकसान हुआ है. इसी बीच एक परिवार के घर में हुए नुकसान की तस्वीर.

(फोटो: PTI)

जोशीमठ में प्राकृतिक आपदा के बाद भूमि धंसाव से प्रभावित क्षेत्र में एक निवासी अपने घर की हालत दिखाता हुआ. इमारत पूरी तरह से जमीन में धंस चुकी है.

(फोटो: PTI)

उत्तराखंड में आपदा के बाद शहर में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के कर्मी आपदा से प्रभावित इमारतों और घरों का निरीक्षण कर रहे हैं.

(फोटो: PTI)

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जोशीमठ में आपदा से लोग निराश और परेशान है. आपदा से प्रभावित इलाकों में महिलाएं.

(फोटो: PTI)

एसडीआरएफ के कर्मी एक परिवार से बातचीत करते हुए.

(फोटो: PTI)

जोशीमठ शहर की महिलाएं. जोशीमठ में लगातार परिवारों को अस्थायी जगहों पर स्थानांतरित किया जा रहा है.

(फोटो: PTI)

जोशीमठ में प्रस्तावित विध्वंस के पहले चरण में दो होटलों को चिह्नित किया गया था. ये भू-धंसाव की वजह से गंभीर रूप से प्रभावित हुए. दोनों होटलों में गहरी दरारें उभर आई हैं. एक होटल (होटल मलारी इन) की नींव में दरार और दूसरे होटल (होटल माउंट व्यू) में झुकाव आ गया है. 

(फोटो: PTI)

कई निवासियों ने विध्वंस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और मुआवजे की भी मांग की. विरोध के चलते काफी देर तक ध्वस्तीकरण का काम नहीं हो पाया.

(फोटो: PTI)

जोशीमठ के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में इमारतों और घरों में दरारें दिखाई देने के बाद एक साधु स्थानीय लोगों के साथ असुरक्षित होटलों और घरों के विध्वंस के खिलाफ विरोध प्रर्दशन करते हुए.

(फोटो: PTI)

जोशीमठ में प्राकृतिक आपदा ने लोगों को बेघर कर दिया है. वहीं इलाके के निवासियों ने मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. 

(फोटो: PTI)

स्थानीय प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) और एसडीआरएफ के अधिकारियों को होटल में प्रवेश करने से रोक दिया.

(फोटो: PTI)

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