जोशीमठ (Joshimath) इस समय काफी बड़े संकट का सामना कर रहा है. भू-धसाव से चारों और दरारें पड़ रही हैं. इस बीच जोशीमठ में प्रशासन के साथ स्थानीय लोगों की मुआवजे को लेकर बात चल रही है. वहीं, आपदा प्रंबधन प्रधिकरण चमोली ने एक लिस्ट जारी की है, जिसमें 9 वॉर्ड की 723 भवनों में दरारें दर्ज की गई हैं. वहीं, 86 भवनों को अनसेफ जोन में रखा गया है. इसके साथ ही पीड़ित परिवारों को मुआवजे भी दिया गया है.
दरार भवनों की संख्या
आपदा प्रंबधन के द्वारा जारी कि कई रिपोर्ट के मुताबिक, जोशीमठ के 9 वार्ड, जिनमें गांधी नगर के 134 भवन, पालिका मारवारी के 35,लोवर बाजार के 34, सिंग्धार के 88, मनोहरबाग के 112, अपर बाजार के 40, सुनील के 64 , परसारी के 55 और रवीग्राम के 161 भवनों में दरारें आई हैं.
आपदा प्रंबधन ने 19 जगहों पर लोगों को राहत शिविरों में स्थापित किया है, जिसमें 145 परिवारों के 499 सदस्य शामिल हैं. अस्थाई रुप से बनाए गए राहत शिविरों में 344 कक्षों की संख्या निर्धारित की गई है, जिसमें 1425 लोगों के रहने की क्षमता है.
प्रभावित परिवारों को वितरित धनराशि
आपदा प्रंबधन की रिपोर्ट से पता चलता है कि 11 जनवरी तक 86 परिवारों को 16.77 लाख रुपये की धनराशि जारी कर दी है. जिसमें 73 परिवारों को 3.65 लाख रुपये तक की धनराशि, और 10 परिवारों को 13 लाख रुपये तक की धनराशि, वहीं 3 परिवारों को 12 हजार तक की धनराशि जारी की गई है.
परिवारों को राहत सामग्री का वितरण
प्रंबधन ने 11 जनवरी तक अब तक 87 खाद्दान किट, 80 कंबल, और 590 ली दूध वितरित किया जा चुका है.इसके साथ ही अब तक 104 हेल्थ चेकअप किए जा चुके हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों में गुस्सा जरूर है, लेकिन हम लोग भी इस विपदा की घड़ी में लोगों के साथ खड़े हैं इसमें कहीं किसी को भी किसी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए कि सरकार उनके साथ नहीं खड़ी है पूरी सरकार उनके साथ खड़ी है माननीय प्रधानमंत्री जी का भी संपूर्ण आश्वासन है हमारी जो भी अपेक्षाएं हैं उन अपेक्षाओं के अनुरूप उनके पुनर्वास और सेटलमेंट के लिए काम कर रहे हैं, प्रधानमंत्री जी भी स्वयं और उनका कार्यालय भी लगातार इस बात की चिंता कर रहा है और लगातार अपडेट ले रहे हैं.
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