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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के श्रद्धांजलि समारोह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से बहस का मुद्दा बन गई है. लेकिन उनके पार्थिव शरीर पर रखे भारतीय झंडे के ऊपर बीजेपी पार्टी के झंडे पर कई लोग लोग सवाल उठा रहे हैं. बीजेपी के दिग्गज नेता कल्याण सिंह का 21 अगस्त को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया था.
बीजेपी द्वारा ट्वीट की गई तस्वीर में कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर राष्ट्रीय ध्वज से लिपटा हुआ है, लेकिन शव का आधा हिस्सा बीजेपी के पार्टी झंडे से ढका हुआ नजर आया.
युवा कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि तिरंगे के उपर भाजपा का झंडा! स्वघोषित देशभक्त तिरंगे का सम्मान कर रहे हैं या अपमान???
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने ट्वीट किया कि "देश से ऊपर पार्टी. तिरंगे के ऊपर झंडा. हमेशा की तरह बीजेपी: कोई पछतावा नहीं, कोई पश्चाताप नहीं, कोई दुख नहीं"
बता दें राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम की धारा 2 के अनुसार, "कोई भी व्यक्ति जो किसी सार्वजनिक स्थान पर या किसी भी ऐसे सार्वजनिक स्थान से भारतीय राष्ट्रीय झंडे या भारत के संविधान या उसके किसी भाग को जलाता है,विकृत करता है, विरूपित करता है, दूषित करता है, कुरूपित,नष्ट करता है,कुचालता है अन्यथा उसके प्रति अनादर प्रकट करता है या (मौखिक या लिखित शब्दों में या कृत्यों में)अपमान करता है तो उसे तीन साल तक के कारावास या जुर्माने या दोनों से दंडित किया जा सकता है."
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