advertisement
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर में शुक्रवार, 3 जून को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़की थी, जिसको लेकर कानपुर पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है. दरअसल उस दिन पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के मुहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद कानपुर में बंद बुलाया गया था.
इसके अलावा अब उन्नाव और फिरोजाबाद पुलिस भी अलर्ट पर है. जुमे की नमाज के एक दिन पहले ही कानपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक 10 जून को जुमे के दिनकानपुर शहर में किसी भी तरह के धरना या प्रदर्शन पर रोक रहेगी और चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा होगा. इसके अलावा कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.
उन्नाव जिले में 10 जून-उन्नाव बंदी के पोस्टर वायरल होने के बाद जिले की पुलिस अलर्ट मोड में आ चुकी है. 10 जून के जुमे की नमाज से पहले पुलिस ने बड़ी तैयारी की है. एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह ने फोर्स के साथ शहर में फ्लैग मार्च किया. इसके अलावा संवेदनशील इलाकों में पीएसी की टुकड़ियों को लगाया गया और रिजर्व फोर्स को लाठी, डंडे और हेलमेट के साथ तैनात किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्नाव पुलिस की तैयारी है कि कोई अराजक तत्वों को पाए जाने पर सख्ती से निपटा जाएगा.
कानपुर में हुई हिंसा के बाद अब फिरोजाबाद में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है. जिलाधिकारी रवि रंजन और एसएसपी आशीष तिवारी ने पुलिस फोर्स के साथ पैदल मार्च निकाला. 10 जून को होने वाली जुमे की नमाज से पहले जिलाधिकारी और एसएसपी ने मुस्लिम इलाकों का जायजा लिया और दुकानदारों व आम लोगों से बातचीत की गई.
कानपुर शहर के काजी मौलाना अब्दुल कुद्दूस ने पुलिस पर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि "90-95 फीसद मुसलमानों की गिरफ्तारियां हो रही हैं तो 2-4 फीसद हिन्दुओं की हो रही हैं. कानपुर में हुए उपद्रव में सिर्फ मुस्लिम ही मुजरिम नहीं है."
कानपुर पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में घंटों सीसीटीवी और वीडियो फुटेज खंगालने के बाद सोमवार को 40 लोगों की तस्वीरें जारी की थीं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)