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Karnataka Elections Exit Poll Results: वैसे तो कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे 13 मई को आएंगे, लेकिन बुधवार को जैसे ही वोटिंग खत्म हुई, विभिन्न समाचार चैनलों ने अपने एग्जिट पोल के परिणाम जारी किये. एग्जिट पोल को आम तौर पर मतदान के रुझान के संकेत के रूप में देखा जाता है. कभी-कभी, वे अंतिम परिणामों के अनुरूप साबित हुए हैं, लेकिन अन्य अवसरों पर वे गलत साबित हुए हैं. आइये आपको बताते हैं कि पिछले कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 में एग्जिट पोल कितने सटीक थे?
नोट: बता दें कि कर्नाटक की 222 सीट पर नतीजों का ऐलान 15 मई 2018 को किया गया था.
जानकारी के अनुसार, दो निर्वाचन क्षेत्रों में बाद में मतदान हुआ था. दोनों सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, जिससे उनकी संख्या 80 तक पहुंच गई थी.
Times Now-VMR इस भविष्यवाणी से बहुत दूर था कि कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होगी और बीजेपी दूसरे नंबर पर आएगी. हालांकि, मतगणना के दिन इसका उल्टा ही हुआ.
NewsX-CNX का अनुमान सही साबित हुआ था और कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस उसके एग्जिट पोल के मुताबिक ही सीट मिली थी.
इंडिया टुडे-एक्सिस का यह पूर्वानुमान पूरी तरह से गलत था कि कांग्रेस 106 से 118 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आएगी, उसके बाद बीजेपी 79 से 92 सीटों के साथ आएगी. नतीजों में कांग्रेस केवल 78 जीत सकी और बीजेपी को 104 सीट मिली थी.
एबीपी न्यूज-सीवोटर ने अपने बीजेपी टैली की रेंज को सही पाया, लेकिन कांग्रेस की संख्या को थोड़ा बढ़ा-चढ़ाकर बताया, और इसके बजाय JDS की टैली को कम करके आंका था.
इंडिया टीवी ने अपने एग्जिट पोल में कांग्रेस को 97 और बीजेपी को 94 सीट दी थी. जो कांग्रेस, बीजेपी और जेडी (एस) के लिए मतगणना के दिन गलत साबित हुए.
रिपब्लिक-जन की बात का एग्जिट पोल एकदम सटीक साबित हुआ था. भले ही उसने बीजेपी को 95 से 114 सीट दी थी.
कुल मिलाकर, कर्नाटक 2018 के विभिन्न चुनावों के परिणामों में विरोधाभास का मतलब था कि उस वर्ष एग्जिट पोल में कोई सही और सटीक साबित नहीं हुए.
क्या 2023 में एग्जिट पोल सही साबित होंगे? 13 मई तक उस सवाल का जवाब हममें से किसी के पास नहीं होगा! लेकिन कर्नाटक के काउंटिंग डे पर क्विंट हिंदी से जुड़ें क्योंकि हम आपको लाइव न्यूज, अपडेट और चुनाव परिणामों के विश्लेषण के साथ इस सवाल का जवाब और भी बहुत कुछ देते हैं.
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