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कर्नाटक (Karnataka) में मंदिर के आस-पास और हिंदू मेलों से मुस्लिम व्यापारियों को बाहर रखने के लिए कट्टर हिंदुत्व संगठनों के फैसले पर आईटी सेक्टर की महत्वपूर्ण शख्सियत - बायोकॉन लिमिटेड की कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार-शॉ (Kiran Mazumdar Shaw) ने आवाज उठाई है. किरण मजूमदार-शॉ ने ट्वीट कर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai) से इस समस्या को हल करने का आग्रह किया है.
किरण मजूमदार ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को ट्वीट कर लिखा, "कर्नाटक ने हमेशा समावेशी आर्थिक विकास किया है और हमें इस तरह के सांप्रदायिक बहिष्कार की अनुमति नहीं देनी चाहिए- अगर आईटीबीटी सांप्रदायिक हो गया तो यह हमारे वैश्विक नेतृत्व को नष्ट कर देगा. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कृपया इस बढ़ते धार्मिक विभाजन को दूर करें."
पिछले कुछ हफ्तों में, विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल जैसे संगठनों ने दक्षिण कन्नड़ और शिवमोग्गा में मंदिर उत्सवों में मुस्लिम व्यापारियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
कर्नाटक सरकार ने इस हफ्ते राज्य विधायिका में एक आधिकारिक बयान में कहा कि मंदिरों के परिसर के अंदर गैर-हिंदुओं के व्यापार करने पर प्रतिबंध 2002 में कर्नाटक हिंदू धार्मिक संस्थानों और धर्मार्थ बंदोबस्ती अधिनियम, 1997 के तहत पेश किए गए एक नियम के अनुसार है. कई विक्रेताओं का कहना है की इस नियम का उन्हें मदिर परिसर से दूर रखने के लिए इस्तेमाल किया गया है.
कर्नाटक के बाद उन्नाव में भी राइट विंग से जुड़े संगठन ने गैर हिंदुओं के लिए नफरती फरमान जारी किया. हिंदू जागरण मंच नाम के संगठन ने मंदिर के आस-पास दीवारों पर वॉल पेंटिंग बनवाई. वॉल पेंटिंग में लिखा गया कि मंदिरों के आसपास गैर-हिंदूओं का दुकान लगाना सख्त मना है. यही नहीं इससे पहले भी हिंदू जागरण मंच ने जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर मंदिर के आसपास गैर-हिंदुओं को दुकान ना लगाए जाने की मांग उठाई गई थी.
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