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Karnataka Elections 2023: कर्नाटक में कांग्रेस अकेले के दम पर सरकार बनाती दिख रही है जबकि सीएम पद के लिए सिद्धारमैया सबसे आगे दिख रहे हैं. यह अनुमान ABP-CVoter द्वारा जारी कर्नाटक के ओपिनियन पोल के सामने आने के बाद लग रहे हैं.
अगले मुख्यमंत्री की दौड़ को आज आधिकारिक रूप से हरी झंडी उस समय मिल गयी जब मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने राज्य में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की. 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में 10 मई को चुनाव होगा और वोटों की गिनती 13 मई को होगी. ऐसे में इसमें .
अगर इस ओपिनियन पोल की माने तो पूर्व सीएम सिद्धारमैया कर्नाटक अगले सीएम के लिए मतदाताओं की पसंद की सूची में सबसे ऊपर हैं. उनके पक्ष में 39.1% मतदान हुआ है. जबकि वर्तमान मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई 31.1% वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे. JD(S) नेता एचडी कुमारस्वामी ओपिनियन पोल में 21.4% वोट के साथ तीसरे नंबर पर हैं.
ABP CVoter सर्वे के अनुसार 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 115 से लेकर 127 के बीच सीटें मिल सकती हैं. JD(S) को 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 37 सीटें मिली थीं और एबीपी-सीवोटर ओपिनियन पोल के अनुसार इस बार उसे 23 से 35 विधानसभा सीटें मिलने का अनुमान है.
ABP CVoter सर्वे के अनुसार, कांग्रेस 40.1% वोट शेयर के साथ सबसे आगे दिख रही है. यह 2018 कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणामों की तुलना में कांग्रेस के लिए 2.1% की वृद्धि है. बीजेपी पिछले राज्य विधानसभा चुनाव में मिले 36% वोट शेयर की अपेक्षा इस बार गिरकर 34.7% आती दिख रही है.
एचडी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली JD(S) वोट शेयर के मामले में लगभग स्थिर बनी हुई है. सर्वे के अनुसार, JD(S) 17.9% वोट शेयर हासिल करने में सक्षम होगी जो कि 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन से 0.1% कम है.
इस ओपिनियन पोल के सर्वे में शामिल 24,759 लोगों में से 47.4 फीसदी लोग प्रधानमंत्री के कामकाज से संतुष्ट दिखे और उन्हें 'अच्छी' रेटिंग दी. जबकि 33.8 फीसदी लोगों ने उन्हें 'खराब' रेटिंग दी और 18.8 फीसदी ने उन्हें 'औसत' रेटिंग दी.
दूसरी तरफ कर्नाटक के मुख्यमंत्री को 46.9 फीसदी लोगों ने 'खराब' रेटिंग दी है. जहां 26.3 फीसदी लोगों ने सीएम बोम्मई को 'औसत' रेटिंग दी, वहीं 26.8 फीसदी लोग उनके प्रदर्शन से संतुष्ट दिखे और उन्हें 'अच्छी' रेटिंग दी.
ABP CVoter सर्वे में 50% उत्तरदाताओं ने कहा कि बीजेपी सरकार ने खराब प्रदर्शन किया है. 21.8% जनता ने उसके प्रदर्शन को औसत बताया है जबकि 27.7% उत्तरदाता बीजेपी सरकार के प्रदर्शन को अच्छा बता रहे हैं.
30.8% उत्तरदाताओं के अनुसार लिंगायतों और वोक्कालिगाओं के लिए अल्पसंख्यक का दर्जा और हिजाब विवाद जैसे मुद्दे कर्नाटक चुनाव के नतीजों को सबसे अधिक प्रभावित करेंगे. कम से कम 24.6% उत्तरदाताओं ने कहा कि आगामी चुनावों में धार्मिक ध्रुवीकरण सबसे प्रभावशाली कारक होगा.
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