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कर्नाटक (Karnataka) के कॉलेजों में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा. राज्य के उडुपी (Udupi) के सरकारी कॉलेज में हिजाब पहनने वाले छात्राओं को प्रवेश की अनुमति नहीं दिए जाने के लगभग एक महीने बाद एक बार फिर गुरुवार, 3 फरवरी को कुंडापुर के प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में ऐसा ही मामला सामने आया है.
इससे पहले कर्नाटक के दो कॉलेजों के छात्रों ने बुधवार, 2 जनवरी को हिजाब पहनकर क्लास में भाग लेने वाली मुस्लिम लड़कियों के विरोध में भगवा स्कार्फ पहना था.
गौरतलब है कि राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कॉलेज प्रशासन को निर्देश दिया है कि स्टूडेंट केवल यूनिफार्म पहनकर क्लास में आ सकते हैं और न तो हिजाब और न ही भगवा स्कार्फ पहनने की अनुमति होगी.
हालांकि, न्यूज एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार हिंदू जागरण वेदिक के नेता जगदीश कुक्केहल्ली ने कहा है कि अगर मुस्लिम लड़कियां बिना हिजाब के क्लासों में जाती हैं केवल तब ही हिंदू स्टूडेंट्स भगवा स्कार्फ छोड़ने के लिए तैयार हैं.
कुछ ऐसा ही 'भगवा स्कार्फ' विरोध-प्रदर्शन शिवमोग्गा जिले के भद्रावती में एम विश्वेश्वरैया गवर्नमेंट आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज में देखने को मिला जहां कुछ हिंदू छात्रों ने बुधवार को हिजाब पहनने का विरोध करते हुए भगवा स्कार्फ पहनकर में क्लास में बैठे.
कॉलेज प्रशासन ने कहा है कि यूनिफार्म कोड साल 2010 से लागू है और स्टूडेंट्स को अनिवार्य रूप से केवल यूनिफार्म पहनना है. आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार मुस्लिम छात्राओं को चेंज कर यूनिफॉर्म में आने के लिए कॉलेज प्रशासन ने एक अलग कमरा उपलब्ध कराया है.
उडुपी में सरकारी पीयू कॉलेज ने आठ मुस्लिम लड़कियों को 28 दिसंबर 2021 को क्लास में आने की अनुमति नहीं दी क्योंकि उन्होंने अपनी धार्मिक परंपराओं के अनुसार अपनी स्कूल यूनिफॉर्म के साथ हिजाब पहनने की मांग की थी.
राज्य सरकार ने क्लास के अंदर हिजाब पहनने पर निर्णय लेने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है और रिपोर्ट आने तक सरकार ने छात्राओं को बिना हिजाब पहने यूनिफॉर्म में क्लास अटेंड करने को कहा है.
उडुपी कॉलेज की एक छात्रा ने सोमवार, 31 जनवरी को कर्नाटक हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाकर यह निर्देश देने की मांग की कि कॉलेज हिजाब पहनकर क्लास में प्रवेश की अनुमति दे.
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