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शनिवार 9 नवंबर के दिन गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर करतारपुर कॉरिडोर खुलने जा रहा है. इसके साथ ही श्रद्धालुओं का भारत से पाकिस्तान जाकर श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करने का सपना भी साकार हो जाएगा.
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करतारपुर गलियारा के उद्घाटन के बाद नवजोत सिंह सिद्धू और सनी देओल समेत कई नेता वापस पाकिस्तान लौट आए हैं.
करतारपुर कॉरिडोर से लौटने के बाद पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा है कि ये अच्छी शुरुआत है. सिंह ने कहा, "ये भारत-पाकिस्तान रिश्तों को सामान्य करने के लिए अच्छी शुरुआत है."
करतारपुर गलियारे से लौटकर पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने उसे अच्छा अनुभव बताया है. सिंह ने कहा, "मैं उम्मीद करता हूं कि गलियारा दोनों देशों के बीच शांति का गलियारा बनेगा."
प्रधानमंत्री मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, ‘जैसी अनुभूति आप लोगों कार सेवा के वक्त होती है, वैसी ही मुझे अभी हो रही है. मैं सारे सिख भाइयों को बहुत-बहुत बधाई देते हैं.’ पीएम ने आगे कहा, ‘मैं पंजाब सरकार का, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक और इस कॉरिडोर को तय समय में बनाने वाले कारीगरों का धन्यवाद देता हूं.’
गुरूनानक देव के बारे में बोलते हुए पीएम ने कहा कि, ‘उन्होंने हमें सीख दी है कि अगर हम अपने मूल्यों पर रहकर काम करते हैं तो समृद्धि स्थायी रहती है.करतारपुर की जमीन पर हल चलाकर उन्होंने कीरत का उदाहरण दिया, यहीं उन्होंने नाम जपो की विधि बताई, यहीं अपनी फसलों को मिल-बांटकर खाने की सीख दी. हम इस पवित्र भूमि के लिए जो भी कर पाएंगे वो कम ही होगा.’
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में गुरू नानक देव के नाम पर चलने वाली ट्रेन, गुजरात में बने अस्पतॉल और डाक टिकटों का भी जिक्र किया.
शिरोमणि गुरुद्वारा कमेटी के प्रतिनिधि समेत धार्मिक-राजनीतिक नेताओं ने प्रधानमंत्री को प्रतीक चिन्हों देकर स्वागत किया.
प्रधानमंत्री मोदी के साथ पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह मंच पर बैठे हुए हैं. इस मौके पर अमरिंदर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा,‘प्रधानमंत्री ने हमारी करतारपुर जाने की इच्छा पूरी की.’
इस मौके पर अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान में हर जगह लड़ाई चालू है. बेहतर होगा कि वे शांति का रास्ता पकड़ें और पैसे को अपनी शिक्षा और दूसरे जरूरी काम में लगाएं.’ करतारपुर कॉरिडोर को खोला जाना अमरिंदर सिंह ने एक ऐतिहासिक फैसला बताया.
सिख श्रद्धालुओं का पहला जत्था करतारपुर कारिडोर से पाकिस्तान पहुंच चुका है.
प्रधानमंत्री मोदी डेरा बाबा नानक पहुंच चुके हैं. यहां उनसे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मुलाकात की.
प्रधानमंत्री मोदी आज गुरदासपुर जिले में करतारपुर के लिए भारतीय चेक पोस्ट का उद्घाटन करेंगे. यह चेक पोस्ट डेरा बाबा नानक में स्थित है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने साफ किया है कि करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं से 9 और 12 नवंबर को कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. इससे पहले ऐसी खबरें आ रही थी कि पाकिस्तान उद्घाटन के दिन भी ये शुल्क लोगों से वसूलेगा. प्रवक्ता ने कहा कि पीएम इमरान खान ने भी ये शुल्क माफ करने का वादा किया था.
करतारपुर कॉरिडोर उद्धाटन से पहले क्विंट हिंदी पहुंचा है पाकिस्तान के करतारपुर. करतारपुर पर बेजोड़ कवरेज के लिए बने रहिए क्विंट हिंदी के साथ.
इससे पहले पाकिस्तान सरकार ने कहा था कि ओपनिंग डे के दिन श्रद्धालुओं से पाकिस्तान सरकार फीस नहीं लेगी. इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर भारतीय श्रद्धालुओं से 20 डॉलर नहीं लिया जाएगा.
आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर 9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं. पाकिस्तान सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर के इस समारोह में शामिल होने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर को न्योता दिया था.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस ने करतारपुर आने वाले भारतीय श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष ‘पर्यटन पुलिस बल’ तैनात किया है. कॉरिडोर की सुरक्षा का जिम्मा पाकिस्तानी रेजरों पर है और पंजाब पुलिस उनके साथ रहेगी. पंजाब पुलिस के प्रवक्ता नियाब हैदर नकवी ने कहा, ‘‘सिख श्रद्धालुओं की देखभाल और उनकी सुरक्षा के लिए 100 पर्यटन पुलिस बल के एक दस्ते को तैनात किया गया है.’’ उन्होंने कहा कि और पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है और वे भी इस पहले दस्ते में शामिल होंगे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के साथ जो समझौता (MoU) हुआ है, उसके मुताबिक, सीमा पार ऐतिहासिक स्थल पर जाने वाले भारतीय तीर्थयात्रियों को पासपोर्ट की जरूरत होगी. विदेश मंत्रालय का ये बयान ऐसे समय पर आया है, जब पासपोर्ट की अनिवार्यता के क्लॉज पर पाकिस्तान से परस्पर विरोधी रिपोर्ट्स आ रही हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा-
देखें वीडियो- करतारपुर कॉरिडोर : कल, आज और कल..पूरी कहानी
1 नवंबर को, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्विटर पर करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा होने की घोषणा करते हुए कहा था कि भारत से आने वाले सिख तीर्थ यात्रियों को करतारपुर आने के लिए पासपोर्ट नहीं, सिर्फ वैध पहचान पत्र की जरूरत होगी. लेकिन गुरुवार को पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने के लिए पासपोर्ट की जरूरत होगी.
गफूर के बयान के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारतीय श्रद्धालुओं को पासपोर्ट लाने से छूट दी गई है और वे अगले एक साल तक बिना पासपोर्ट करतारपुर यात्रा कर सकेंगे.पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी.
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर उद्धघाटन समारोह में शामिल होने के लिए भारत सरकार से इजाजत मिल गई है. सिद्धू ने हाल ही में तीसरी बार विदेश मंत्री एस जयशंकर को चिट्टी लिखकर इजाजत मांगी थी. सिद्धू ने लिखा था कि अगर उनकी तीसरी चिट्ठी का भी जवाब नहीं दिया जाता है, तो लाखों आम श्रद्धालुओं की तरह वो भी करतारपुर जाएंगे.
सिद्धू को पाकिस्तान में 9 नवंबर को होने वाले करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान सरकार ने न्योता भेजा है और वीजा जारी किया है.