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Farmers Protest: किसानों के दिल्ली कूच से पहले पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के जनरल सेक्रेटरी सरवन सिंह पंढ़ेर ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा- "हमारी देश हित में लड़ाई है. किसान मजदूरों की लड़ाई है. हमने सरकार के साथ बातचीत के जरिए समाधान निकालने की कोशिश की लेकिन ये बातचीत सफल नहीं हुई."
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा "हम पूरे देश के सामने ये बात रखना चाहते हैं कि कल हमने भरसक कोशिश की कल की मीटिंग में कि कोई निर्णय निकल जाए, जिससे हम सरकार से टकराव से बचें.
उन्होंने कहा...
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "हमने कहा है कि हम बातचीत के लिए दरवाजे खुले रखेंगे. अगर सरकार चाहे तो कभी भी घोषणा कर सकती है. हालांकि, वे केवल हमारे विरोध को टालना चाहते हैं. MSP अधिनियम के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे एक समिति बनाएंगे. CACP ने 23 फसलों के लिए एमएसपी की सिफारिश की है.
उन्होंने आगे कहा, हमने उनसे कहा कि इस बारे में कानूनी गारंटी दी जानी चाहिए. सरकार को हमें एक तर्क देना चाहिए कि एक समिति बनाने के बजाय, ऐसा क्यों नहीं किया जा सकता.
सरवन सिंह पंढेर ने आगे कहा "हमने उनके समक्ष हरियाणा के हालात रखे. हरियाणा को आपने बिलकुल कश्मीर की वैली बना दिया है. आप हरियाणा में हर गांव में पुलिस भेज रहे हैं, वॉटर कैनन भेजे आपने, हर गांव में पटवारी जा रहे हैं. हरियाणा के किसानों के रिश्तेदारों को तंग किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि पासपोर्ट रद्द कर देंगे. इस तरह की प्रताड़ना अधिक से अधिक है. ऐसा लगता है कि पंजाब और हरियाणा भारत के दो राज्य नहीं, बल्कि इंटरनेशनल बॉर्डर बन गए हैं."
सरवन सिंह पंधेर ने कांगेस को किसान कानून के लिए जिम्मेदार बताते हुए कहा,
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा के किसानों ने अपनी कई मांगों के लिए दिल्ली कूच का आह्वान किया है. इससे पहले सरकार के साथ 12 फरवरी की रात हुई कई घंटों की वार्ता बेनतीजा रही.
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