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अखिल भारतीय किसान सभा का नासिक से मुंबई तक 180 किमी का लॉन्ग मार्च आम्बेवाडा गांव में खत्म हो गया है. देवेंद्र फडणवीस सरकार के साथ चली 4 घंटे की मैराथन बातचीत के बाद किसानों ने अपना आंदोलन वापस लेने का निर्णय किया है. किसानों की ओर से सरकार से बातचीत कर रहे विधायक जेपी गावित ने मार्च खत्म करने की जानकारी पत्रकारों को दी. सरकार ने किसानों की ज्यादातर मांग पूरी करने का लिखित आश्वासन दिया, उसके बाद किसानों ने अपना मार्च वापस लेने का फैसला लिया है.
महाराष्ट्र में किसानों ने अपना मार्च वापस ले लिया है. किसानों की ओर से सरकार से बातचीत कर रहे विधायक जेपी गावित ने मार्च खत्म करने की जानकारी पत्रकारों को दी. उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय किसान सभा ने सरकार से सकारात्मक बातचीत के बाद अपना मोर्चा वापस ले लिया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार और किसान नेताओं की पॉजिटिव मीटिंग हुई है. फडणवीस सरकार ने किसानों की ज्यादातर मांग पूरी करने का लिखित आश्वासन दे दिया है. अब किसानों का मार्च पीछे लिया जा सकता है.
सरकार के दो मंत्री और किसान नेताओं के बीच मीटिंग अब तक खत्म नहीं हो सकी है. इस मीटिंग को 2 घंटे से ज्यादा वक्त हो चुका है. मीटिंग की वजह से किसानों का मोर्चा आम्बेवाडा गांव में ही रुका हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, मीटिंग अभी खत्म होने में एक घंटे का समय और लगेगा. ऐसे में शायद किसानों को अपने अगले पड़ाव पर आज नहीं जाने दिया जाएगा.
लॉन्ग मार्च पर निकले किसानों से बात करने महाराष्ट्र सरकार के दो मंत्री आम्बेवाडा गांव पहुंच गए हैं. मंत्री गिरीश और जयकुमार रावल ने किसान नेताओं के साथ मीटिंग शुरू कर दी है.
मार्च के दौरान 15 किलोमीटर पैदल चलने के बाद किसान नासिक जिले के आम्बेवाडा गांव पहुंच गए हैं. ये किसान खाना खाने के बाद यहां से आगे बढ़ेंगे.
इस मार्च में किसान 2018 तक की संपूर्ण कर्ज माफी, वन अधिकार कानून को लागू करना साथ ही महाराष्ट्र से गुजरात को दिए जाने वाले पानी पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं.
महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार से अपनी मांगें मनवाने के लिए बड़ी संख्या में किसानों ने नासिक से मुंबई के लिए अपना मार्च शुरू कर दिया है. किसानों की तैयारी मुंबई तक जाकर सरकार से अपनी मांगें मनवाने की है.
नासिक से मुंबई निकलने के पहले किसानों की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं क्विंट के रिपोर्टर रौनक कुकड़े
अपनी मांगों को मनवाने के लिए किसान आज नासिक से मुंबई के लिए मार्च शुरू करने वाले हैं.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री गिरीश महाजन किसानों से बात करने के लिए मुंबई से नासिक पहुंचे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि किसान जब आक्रामक होते हैं, तब ही सरकार की नींद क्यों खुलती है? अब यह देखना अहम होगा कि क्या महाजन के आश्वासन के बाद किसान मानते हैं या फिर किसानों और सरकार के बीच संघर्ष बढ़ेगा?
नासिक के मुंबई नाका बस स्टॉप पर हजारों की संख्या में किसान जुटे हैं. किसानों का कहना है कि मुख्यमंत्री फडणवीस ने उनकी मांगें नहीं मानी हैं, इसलिए उन्हें एक बार फिर मार्च के लिए साथ आना पड़ा है.
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