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नौ महीने से कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज मुजफ्फरनगर में महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) बुलाई है. ये 'किसान महापंचायत' मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में बुलाई गई है. इसके लिए हजारों की संख्या में किसान वहां पहुंचे हैं. किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी मैदान पर पहुंच चुके हैं.
महापंचायत से पहले किसान नेता और बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था, "हम देश भर में आंदोलन जारी रखने के लिए रणनीतियों पर चर्चा करेंगे."
'किसान महापंचायत' को सफल बनाने के लिए किसान संगठनों ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में कई जगहों पर बैठक आयोजित की थी.
राज्य सरकार ने किसान महापंचायत के लिए शहर में सुरक्षा बढ़ा दी है. मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव ने कहा, "हमें 70,000 लोगों की भीड़ की उम्मीद है. ऐसी भीड़ को प्रबंधित करने के लिए, बलों की तैनाती एक मानक संचालन प्रक्रिया है."
बलों में पीएसी की छह कंपनियां और रैपिड एक्शन फोर्स की दो कंपनियां और 1,200 पुलिसकर्मी शामिल हैं. सूत्रों ने कहा कि अर्धसैनिक बलों की दस कंपनियां और 4,000 पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया जा रहा है.
एसएसपी ने कहा कि, "हवाई निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा और 200 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं."
(IANS के इनपुट्स के साथ)
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