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राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश और नई दिल्ली में छापे कर ISIS से प्रेरित एक संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है. NIA ने इस सिलसिले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. उन पर भीड़भाड़ वाली जगहों और राजनीतिक हस्तियों पर हमले की योजना बनाने का आरोप है.
NIA ने ‘हरकत उल हर्ब-ए-इस्लाम' नाम के नए मॉड्यूल की जांच के सिलसिले में उत्तर प्रदेश और नई दिल्ली में 17 जगहों पर छापेमारी की. एनआईए के महानिरीक्षक (आईजी) आलोक मित्तल ने पत्रकारों को बताया कि यह मॉड्यूल अपने विदेशी आकाओं के संपर्क में था. उन्होंने कहा कि विदेशी आकाओं की पहचान अब तक नहीं हो पाई है.
आरोपियों के पास से NIA ने बड़ी संख्या में विस्फोटक, एक देसी रॉकेट लॉन्चर, 100 मोबाइल फोन और 135 सिम कार्ड बरामद किए हैं.
यूपी के अमरोहा का रहने वाला है. अमरोहा में ही हाकिम मेहताबउद्दीन हाशमी रोड पर बने मदसरे में बतौर मुफ्ती काम कर रहा था. फिलहाल वह दिल्ली के जाफराबाद में रुका हुआ था.
आरोपः इस पर अपने साथियों के लिए हथियार, IED और पाइप बम बनाने के लिए सामान खरीदने की जिम्मेदारी थी.
दिल्ली के जाफराबाद का रहने वाला है. नोएडा स्थित एक यूनिवर्सिटी में सिविल इंजीनियरिंग का छात्र है.
आरोपः इसे भी इलेक्ट्रिकल आइटम और बैटरी खरीदने और आतंकी साजिश रचने का आरोपी बनाया गया है.
दिल्ली के जाफराबाद का रहने वाला है. इसका गारमेंट्स का कारोबार है.
यूपी के अमरोहा का रहने वाला है. इसकी अमरोहा में वेल्डिंग की दुकान है.
यह सईद का भाई है. अमरोहा का रहने वाला है और वहीं इस्लाम नगर स्थित कारखाने में वेल्डिंग का काम करता है.
आरोपः सईद और रईस, दोनों ने पाइप बम और IED बनाने के लिए करीब 25 किलोग्राम विस्फोटक खरीदा था. इन्होंने ही वेल्डिंग कर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए देसी रॉकेट लॉन्चर बनाया.
दिल्ली में जाफराबाद का रहने वाला है. जुबैर दिल्ली यूनिवर्सिटी में बी.ए. थर्ड इयर का स्टूडेंट है.
ये जुबैर का भाई है और दिल्ली के जाफराबाद में ही रहता है.
आरोपः जुबैर और जायद, दोनों भाइयों पर आतंकी साजिश रचने का आरोप है. इन पर बम में इस्तेमाल होने वाली बैटरियां, कनेक्टर और अन्य सामान खरीदने की जिम्मेदारी थी. एनआईए के मुताबिक, इन्होंने ही फेक डॉक्यूमेंट की मदद से सिम कार्ड खरीदे और बम बनाने में इस्तेमाल होने वाला सामान खरीदने के लिए फंड जुटाया.
उत्तर प्रदेश के हापुड़ का रहने वाला है. साकिब बकसर स्थित जामा मस्जिद में इमाम है.
आरोपः इस पर इस टीम के मास्टर माइंड मुफ्ती मोहम्मद सुहैल की हथियार खरीदने में मदद करने का आरोप है.
उत्तर प्रदेश के अमरोहा में काजी मोहल्ला का रहने वाला है. इरशाद ऑटो रिक्शा ड्राइवर है. इस पर मोहम्मद सुहैल की मदद करने का आरोप है.
दिल्ली का रहने वाला है. आजम सीलमपुर में एक मेडिकल शॉप चलाता है.
आरोपः इस पर टीम के मास्टरमाइंड की हथियारों की खरीद में मदद करने का आरोप है.
एनआईए के महानिरीक्षक ने कहा, ‘‘उनकी तैयारी का स्तर दिखाता है कि वे फिदायीन हमलों को अंजाम देने वाले थे.''
लखनऊ में उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के महानिरीक्षक (आईजी) असीम अरुण ने बताया कि एटीएस के साथ एक संयुक्त अभियान में एनआईए ने कार्रवाई को अंजाम दिया और पांच लोगों को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से पकड़ा.
अधिकारियों के मुताबिक, संदेहास्पद गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद पिछले कुछ समय से एनआईए इस समूह पर नजर रख रही थी.
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