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एक वक्त अपनी गंगा-जमुनी तहजीब के लिए जाने जाने वाले भारत में आज कल 'भीड़ के न्याय' से लेकर 'सांप्रदायिक नारों की गूंज' सुनाई दे रही है. दिल्ली में जंतर-मंतर पर मुस्लिमों के खिलाफ नारे लगाए गए, नीमच में एक आदिवासी शख्स को ट्रक से बांधकर घसीटा गया.
28 अगस्त को नीमच में एक आदिवासी युवक कन्हैया लाल को छोटे पिकअप ट्रक से बांधकर घसीटा गया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. बाहुबलियों को शक था कि उसने चोरी की है.
28 अगस्त को उज्जैन के मेहिदपुर में एक कबाड़ी वाले अब्दुल रशीद से कुछ लोगों ने जबरदस्ती ''जय श्री राम'' के नारे लगवाए.
26 अगस्त को देवास के हाटपिपलिया में टोस्ट और जीरा बेंचने वाले 45 वर्षीय जाहिद खान की दो युवकों ने बेरहमी से पिटाई कर दी. युवकों ने जाहिद से आधार कार्ड दिखाने के लिए कहा था.
22 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन इंदौर में हिंदू इलाके में चूड़ी बेचने गए मुस्लिम शख्स की पिटाई हुई.
वहीं, कुछ दिनों पहले दिल्ली के जंतर-मंतर पर मुस्लिमों के विरोध में नारे लगाए गए थे. हरियाली तीज के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में, क्रांति सेना के लोग शहर में घूम-घूमकर चेकिंग करने लगे कि मेहंदी लगाने वाला शख्स कहीं मुस्लिम तो नहीं हैं.
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