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"कोई पछतावा नहीं": थाने में शिंदे गुट के नेता को गोली मारने के आरोप में बीजेपी MLA गिरफ्तार

Maharashtra: नेता महेश गायकवाड़ गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें ठाणे के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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भारत
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<div class="paragraphs"><p>Maharashtra: BJP MLA पर थाने में शिंदे गुट के नेता को गोली मारने का आरोप, गिरफ्तार</p></div>
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Maharashtra: BJP MLA पर थाने में शिंदे गुट के नेता को गोली मारने का आरोप, गिरफ्तार

फोटो- अल्टर्ड वॉय क्विंट हिंदी

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महाराष्ट्र (Maharashtra) के उल्हासनगर में शुक्रवार, 2 फरवरी रात फायरिंग की घटना सामने आई, जहां एक बीजेपी विधायक पर शिवसेना (शिंदे) गुट के नेता पर गोली चलाने का आरोप है. गोलीबारी हिल लाइन पुलिस स्टेशन में वरिष्ठ पुलिस कर्मियों के केबिन के अंदर हुई. शिंदे नेता महेश गायकवाड़ और बीजेपी विधायक गणेश गायकवाड़ और उनके समर्थक लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवाद पर शिकायत दर्ज कराने के लिए आए हुए थे.

पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सुधाकर पठारे ने कहा...

"गोलीबारी में दो लोग घायल हो गए हैं. महेश गायकवाड़ और गणपत गायकवाड़ के बीच कुछ विवाद था. वे शिकायत दर्ज कराने के लिए हिल लाइन पुलिस स्टेशन आए थे, लेकिन बातचीत के दौरान गणपत गायकवाड़ ने महेश गायकवाड़ और उनके सहयोगियों पर गोलियां चला दीं. दो लोग घायल हो गए."

डीसीपी पठारे ने कहा, "उल्हासनगर गोलीबारी की घटना के सिलसिले में बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. छह राउंड फायरिंग हुई."

विधायक सहित कुल 6 लोगों पर FIR दर्ज:

विधायक गायकवाड को फायरिंग की घटनाएं बाद हिल लाइन पुलिस ठाणे के अंदर ही अधिकारियों और कर्मचारियों ने हिरासत में ले लिया गया. देर रात धारा 307 सहित कई अन्य सेक्शन लगाकर कुल 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. विधायक सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं 3 अन्य फरार हैं.

पूरा मामला क्या है?

गणपत गायकवाड़ कल्याण पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी विधायक हैं. उन्होंने 2009 से तीन बार सीट जीती है. दूसरी ओर, महेश गायकवाड़, शिवसेना (शिंदे गुट) से नगरसेवक और समूह के उल्हासनगर प्रमुख हैं.

NDTV के मुताबिक, उल्हासनगर के हिल लाइन पुलिस स्टेशन में जमीन विवाद को लेकर दो पक्ष आए थे, लेकिन तीखी नोकझोंक के दौरान विधायक ने फायरिंग कर दी. गोलीबारी में घायल शिव सेना के नेता और एक अन्य समर्थक को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. उनके शरीर से पांच गोलियां निकाली गई हैं, लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.

घटना के बाद हिरासत में लिए गए गणपत गायकवाड़ ने एक समाचार चैनल को बताया कि यह मुद्दा उस जमीन को लेकर था, जिस पर महेश गायकवाड़ ने कथित तौर पर कब्जा कर लिया था. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने आत्मरक्षा में गोली चलाई क्योंकि वे उनके बेटे के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे.

शिंदे गुट के नेता की हालत गंभीर

इस घटना में महेश गायकवाड़ को गंभीर चोटें आईं और उनका इलाज ठाणे के ज्यूपिटर अस्पताल में चल रहा है. उन्हें पहले उल्हासनगर के मीरा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि, उनकी हालत बिगड़ने के बाद रात करीब 11:00 बजे उन्हें ठाणे के ज्यूपिटर हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया.

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विपक्ष ने की आलोचना

शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने में विफल रहने के लिए सरकार की आलोचना की है.

उद्धव गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा...

"एक बीजेपी विधायक ने पुलिस स्टेशन के अंदर गोलीबारी की और जिस व्यक्ति को गोली मारी गई वह मुख्यमंत्री और एक पूर्व पार्षद का करीबी है. उनकी दोनों पार्टियां सत्ता में हैं, तो क्या हमें यह समझना चाहिए कि इन लोगों को कानून का कोई डर नहीं है? डबल इंजन की सरकार विफल रही है."

क्या बोले आरोपी विधायक?

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, गणपत गायकवाड़ ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा- "अगर मेरे बेटे को पीटा जा रहा है...तो मैं क्या करूंगा. हां, मैंने (उसे) खुद गोली मारी. मुझे कोई पछतावा नहीं है."

महाराष्ट्र कांग्रेस के विधायक विजय वडेट्टीवार ने 'X' पर लिखा....

“हाल ही में उल्हासनगर पुलिस स्टेशन में बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ और शिंदे समूह के पूर्व नगरसेवक महेश गायकवाड़ के बीच गोलीबारी की घटना हुई है. बीजेपी के बॉस "सागर" बंगले में बैठे हैं और शिंदे गुट की "बॉस" वर्षा बंगले में बैठी हैं. इसलिए, दोनों पार्टियों के विधायकों और पदाधिकारियों को भरोसा है कि वे राज्य में पुलिस और कानून को ताक पर रखकर यह करिश्मा कर सकते हैं."
एकनाथ शिंदे द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने और बीजेपी की मदद से सरकार बनाने के बाद 2022 में शिवसेना विभाजित हो गई थी. चुनाव आयोग ने पिछले साल पार्टी की विरासत को लेकर शिंदे के पक्ष में फैसला सुनाया था.

क्राइम ब्रांच SIT करेगी घटना की जांच

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. घटना की जांच के लिए एसीपी नीलेश सोनावणे के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच एसआईटी का गठन किया गया है.

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