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डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी पर एनडीए सरकार की फजीहत और बढ़ गई है. केंद्र सरकार भले ही रुपये की कमजोरी को थामने के लिए जोर-शोर से कोशिश का दावा कर रही हो लेकिन महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार को ही इस पर भरोसा नहीं हो रहा है. महाराष्ट्र सरकार को लगता है कि आने वाले दिनों में रुपया डॉ़लर के मुकाबले 80 पर पहुंच सकता है. यही वजह है कि इसने एक अमेरिकी कंपनी से होने वाले हेलीकॉप्टर सौदे के लिए एक डॉलर की कीमत 80 रुपये मान कर टेंडर जारी किए हैं.
दरअसल महाराष्ट्र सरकार राज्य के वीआईपी की हवाई यात्रा के लिए अमेरिकी कंपनी सिर्कोस्की से एस76डी हेलीकॉप्टर खरीदना चाहती है. इसके लिए इसने इसी साल मई महीने में टेंडर जारी किया था. उस डॉलर के मुकाबले 70 रुपये की कीमत पर 127.11 करोड़ जारी किए गए थे. लेकिन अब सरकार ने 11 सितंबर 2018 को जारी किए पत्र में बताया है कि इस प्रस्ताव में सुधार करते हुए एक डॉलर के मुकाबले 80 रुपये के भाव के हिसाब से 145.27 करोड़ खर्च के लिए मंजूरी दी गई है.
वित्त मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) डॉलर के मुकाबले रुपये को और अधिक गिरने से रोकने के लिए कदम उठाएंगे. आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने ट्वीट किया, रुपये में कल जो गिरावट आई है, वह मौलिक कमजोरी के कारण नहीं है, बल्कि यह बाजार में ऑपरेटरों द्वारा जरूरत से अधिक की गई प्रतिक्रिया को दिखाता है. सरकार और आरबीआई रुपये की और गिरावट को थामने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे.
बुधवार को रुपया दिन के कारोबार में नए रिकार्ड स्तर तक गिर गया था, जो कि 72.91 रुपये प्रति डॉलर था. उसके बाद शाम 4.00 बजे इसमें थोड़ी मजबूती आई और रुपया 72.11 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. डॉलर के खिलाफ भारतीय रुपया अगस्त की शुरुआत से ही गिर रहा है और मंगलवार को यह रिकार्ड निचले स्तर 72.69 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था.
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