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ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिलने के बाद, महाराष्ट्र सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगाते हुए यूके, यूरोप और मिडिल ईस्ट के देशों से आने वाले लोगों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं. वहीं, भारत सरकार ने यूके से आने और वहां जाने वाली सभी फ्लाइट्स के संचालन पर 31 दिसंबर तक रोक लगा दी है. ये अस्थायी रोक 23 दिसंबर से प्रभावी होगी.
महाराष्ट्र में क्या हैं गाइडलाइंस? पैसेंजर्स को कितने दिन क्वॉरन्टीन में रहना होगा? जानिए सबकुछ.
क्या मिडिल ईस्ट और यूरोपीय देशों से आने वाले लोगों के लिए क्वॉरन्टीन अनिवार्य है?
हां. महाराष्ट्र सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक, मिडिल ईस्ट और यूरोपीय देशों से मुंबई एयरपोर्ट पहुंचने वाले सभी पैसेंजर्स के लिए पास के होटलों में 7 दिन के लिए इंस्टीट्यूशनल क्वॉरन्टीन अनिवार्य है.
एयरपोर्ट पर लक्षण दिखे तो क्या होगा?
अराइवल के वक्त कोई RT-PCR टेस्ट नहीं होगा, लेकिन अगर किसी पैसेंजर में अराइवल पर लक्षण दिखते हैं तो उसे आगे के इलाज के लिए मुंबई के फोर्ट में जीटी अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.
क्वॉरन्टीन पीरियड में लक्षण नहीं आए तो क्या घर जा सकते हैं?
होटल में यात्री के अपने खर्च पर पांचवे या सातवें दिन RT-PCR टेस्ट किया जाएगा. अगर रिपोर्ट निगेटिव पाई जाती है तो इंस्टीट्यूशनल क्वॉरन्टीन से घर भेज दिया जाएगा और वहां 7 दिन होम क्वॉरन्टीन में रहना होगा. अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है और लक्षण नहीं होते हैं तो कोविड अस्पताल या होटल में 14 दिन पूरे होने तक क्वॉरन्टीन होना होगा.
क्या होटल में क्वॉरन्टीन का खर्चा पैसेंजर्स को खुद उठाना होगा?
पैसेंजर्स अपनी पसंद का होटल चुन सकते हैं, जिसका पूरा खर्च उन्हें खुद उठाना होगा.
इसके अलावा और क्या बातें ध्यान देने वाली हैं?
UK से आने वाले पैसेंजर्स के लिए क्या हैं गाइडलाइंस?
मिडिल ईस्ट और यूरोपीय देशों से आने वाले पैसेंजर्स की तरह ही, यूके से आने वाले यात्रियों को भी 7 दिन अपने खर्च पर होटल में क्वॉरन्टीन होना होगा. एयरपोर्ट पर लक्षण दिखने पर उन्हें सीधा अस्पताल ले जाया जाएगा.
महाराष्ट्र में कितने दिन के लिए लगा है नाइट कर्फ्यू?
महाराष्ट्र सरकार ने 22 दिसंबर से 5 जनवरी तक के लिए महानगरपालिका क्षेत्रों में रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगाया है.
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