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महाराष्ट्र में कोरोना की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है. 22 जुलाई को 10 हजार से ज्यादा कोविड -19 के केस सामने आए हैं. महाराष्ट्र में कुल कोरोना केस की संख्या 3,37,607 पर पहुंच गई है, लेकिन इन सबके बावजूद महाराष्ट्र सरकार शॉपिंग मॉल, स्विमिंग पूल और जिम खोलने की तैयारी कर रही है. राज्य के स्वास्थ मंत्री राजेश टोपे ने इस बात के संकेत दिए है.
ऐसे में सवाल ये है कि जब कोरोना की चाल और तेज है तब सरकार इतनी जल्दबाजी में क्यों है? भले ही मुंबई में इन्फेक्शन रेट में थोड़ी गिरावट दिख रही हो ,लेकिन पुणे, ठाणे, नवी मुंबई जैसे शहरों में कोरोना का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है.
महाराष्ट्र में ‘मिशन बिगन अगेन’ के तहत धीरे-धीरे शहरों को अनलॉक करने की कोशिश की जा रही है. अब तक शहर में दुकानें, शराब की दुकान, प्राइवेट ऑफिस खोलने की इजाजत राज्य सरकार दे चुकी है. लेकिन जब मार्च के महीने में महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया, तब 14 तारीख से राज्य के मॉल, जिम और स्विमिंग पूल बंद हैं. लगभग 4 महीने का वक्त बीत चुका है, कारोबार पूरी तरह से ठप हैं. मॉल के दुकानदार अब अपना किराया कैसे देंगे ये सवाल भी बना हुआ है. ऐसे में इन सेक्टरों से जुड़े लोग सरकार से राहत देने की मांग कर रहे हैं.
महाराष्ट्र में 50 के करीब मॉल है, जिसमें से 50% के करीब मॉल मुंबई और MMR रीजन में हैं. जबकि मॉल के मामले में पुणे दुसरे नंबर पर आता है.
जुलाई महीने के पहले हफ्ते की बात करें तो पुणे देश में एक नए हॉटस्पॉट के तौर पर सामने आया है. बुधवार को करीब 4080 नए मामले सामने आए हैं, जबकि MMR रीजन ठाणे, नवी मुंबई, कल्याण-डोंबिवली में 2447 नए केस सामने आए हैं. ऐसे में सवाल ये है इन बढ़ते केस के बीच क्या सरकार मॉल खोलने को इजाजत देगी .
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