advertisement
पिछले कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों में मूर्तियों को तोड़ने की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं. गुरुवार को केरल के कन्नूर में महात्मा गाधी की मूर्ति को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है. कुछ लोगों ने महात्मा गांधी की मूर्ति पर लगे चश्मे को तोड़ गिया. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.
बुधवार को ही खुद पीएम मोदी ने ऐसी घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए गृहमंत्रालय से इस मामले में बात की थी और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी. लेकिन पीएम मोदी और गृहमंत्री की सख्ती के बाद भी दोबारा इस तरह की घटना सामने आई है.
त्रिपुरा के बाद मंगलवार को तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक ई वी रामासामी "पेरियार" की प्रतिमा को निशाना बनाया गया. ये घटना राजनीतिक रूप से काफी अहम भी है,क्योंकि घटना बीजेपी के एक नेता फेसबुक पोस्ट के बाद हुई. इस पोस्ट में उन्होंने संकेत दिए थे कि अगला नंबर पेरियार की प्रतिमा का हो सकता है.
ये भी पढ़ें-
पेरियार की मूर्ति पर हमला क्यों? तमिलनाडु में क्या है उनकी अहमियत
तमिलनाडु के बाद बुधवार को कोलकाता के कालीघाट में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया है. पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया.
ये भी पढ़ें-
(लड़कियों, वो कौन सी चीज है जो तुम्हें हंसाती है? क्या तुम लड़कियों को लेकर हो रहे भेदभाव पर हंसती हो, पुरुषों के दबदबे वाले समाज पर, महिलाओं को लेकर हो रहे खराब व्यवहार पर या वही घिसी-पिटी 'संस्कारी' सोच पर. इस महिला दिवस पर जुड़िए क्विंट के 'अब नारी हंसेगी' कैंपेन से. खाइए, पीजिए, खिलखिलाइए, मुस्कुराइए, कुल मिलाकर खूब मौज करिए और ऐसी ही हंसती हुई तस्वीरें हमें भेज दीजिए buriladki@thequint.com पर.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)