Mandi Shivratri Mela 2023: सीएम सुखविंद्र सिंह ने पूजा-अर्चना कर सात दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ किया.
क्विंट हिंदी
भारत
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अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव.
(फोटोः क्विंट हिंदी)
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हिमाचल प्रदेश के मंडी में अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव का आगाज हो गया है. दर्शन के लिए बाबा भूतनाथ मंदिर के बाहर भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं. इस महोत्सव का शुभारंभ प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 19 फरवरी को किया. बता दें कि ये जश्न मंडी के राजा ईश्वरी सेन कांगड़ा के महाराजा संसार चंद की कैद से आजाद होने की खुशी में मनाया जाता है.
हिमाचल प्रदेश के मंडी में शिवरात्रि का जश्न अभी जारी है. यहां कि शिवरात्रि कई मायनों में अनोखी होती है. हिमाचल के हर गांव के अपने अलग देवता होते हैं. इन्हीं देवताओं की जलेव शिवरात्रि में पहुंचती है और इसे खास बना देती है.
(फोटोः क्विंट हिंदी)
छोटी काशी मंडी में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव सात दिनों तक चलेगा. सभी जगहों से देवता देवलुओं के साथ मंडी पहुंच चुके हैं और राजपरिवार से मिलने के बाद अपने निर्धारित स्थान पर विराजमान हो गए हैं.
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प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सिक्खू ने अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ किया. रियासत काल से चले आ रहे अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ प्रदेश के सीएम ही करते हैं. लेकिन किसी कारणवश सीएम शुभारंभ कार्यक्रम में न पहुंच सकें तो प्रदेश के राज्यपाल इन मेलों का शुभारंभ करते हैं.
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राजदेवता माधवराय के दरबार में पूजा अर्चना करने के बाद जलेब रवाना होती है. इसमें राजदेवता माधवराय के बजंतरी, ध्वज माधवराय की चांदी की कुर्सी, श्री माधवराय की चांदी की छडिगां, चांदी सूरज पंखे, छत्र और राज देवता माधवराय की पालकी जिसमें भीमा सुनार द्वारा बनाई गई माधोराय की चांदी की मूर्ति विराजमान रहती है.
(फोटोः क्विंट हिंदी)
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जलेब में सबसे आगे रसाले पुलिस के घुड़ सवार, दो पुलिस के जवान, ध्वज लिए तीन होमगार्ड जवान, होगगार्ड बैंड, पुलिस की टुकड़ी, देवताओं के ध्वज, देवताओं के बीस रथ वाद्ययंत्र शामिल होते हैं.
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अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में तीन शाही जलेब निकलती हैं. इन सभी जलेब की अगुवाई मंडी के राजा माधवराव करते हैं.
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इस बार शाही जलेब में मंडी राज परिवार के कुछ चुनिंदा देवी-देवताओं ने भी हिस्सा लिया है.
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इस अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव की पहचान रियासत काल से भी पुरानी है. तब से लेकर अब तक यहां तीन शाही जलेब निकाली जाती हैं. जलेब यानी शोभायात्रा. इस शोभायात्रा में 10 देवी-देवताओं के साथ मुख्यतिथि के तौर पर कार्यक्रम का शुभारंभ करने पहुंचे प्रदेश के सीएम भी शामिल होते हैं. अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव के मेलों का शुभारंभ राजदेवता माधोराय की जलेब यानी शोभायात्रा से होता है.
(फोटोः क्विंट हिंदी)
25 फरवरी को राज्यपाल भव्य देव समागम के लिए विख्यात मंडी शिवरात्रि मेला को चौहटे की जातर व अंतिम जलेब के बाद अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का समापन करेंगे.