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भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में 24 घंटों में COVID-19 के 34884 केस सामने आए हैं. ऐसे में कुल केस की संख्या बढ़कर 1038716 पर पहुंच गई है, जिनमें 358692 एक्टिव केस हैं. कोरोना वायरस की वजह से भारत में 26273 लोगों की जान जा चुकी है.
भारत के प्रमुख शहरों मुंबई, दिल्ली और चेन्नई को अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण के केंद्र के तौर पर देखा जा रहा था. मगर जब क्विंट ने 15 जुलाई तक कोरोना केस में दैनिक बढ़ोतरी की मैपिंग की, तो हमने पाया कि पिछले हफ्ते, पुणे और बेंगलुरु इन शहरों (मुंबई, दिल्ली और चेन्नई) से आगे निकल गए.
क्विंट ने व्यापक स्तर पर स्थिति समझने के लिए अलग-अलग मुख्य पैरामीटर्स के साथ 8 प्रमुख शहरों में COVID-19 स्थिति की तुलना करने की कोशिश की है. ये शहर हैं- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता और अहमदाबाद. हर पैरामीटर के आंकड़ों की मैपिंग अप्रैल के आखिर और 15 जुलाई 2020 के बीच की गई है.
जब बात COVID-19 के कुल मामलों की आती है, तो मुंबई, दिल्ली और चेन्नई पहले तीन स्थानों पर बरकरार हैं. मुंबई में शुरू में मामलों की संख्या सबसे ज्यादा थी, 25 जून को दिल्ली में मामलों की संख्या में उछाल आने के साथ यह ट्रेंड बदला. जुलाई में पुणे, हैदराबाद और बेंगलुरु में भी बढ़ोतरी हुई है, जबकि अहमदाबाद में तुलनात्मक रूप से बढ़ोतरी धीमी हुई है.
हर दिन सामने आए मामलों की तुलना जुलाई में चार शहरों - बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद और कोलकाता - में एक नाटकीय उछाल दिखाती है. साफ तौर से ये नए 'हॉटस्पॉट' हैं. दिल्ली और अहमदाबाद 'कर्व को सपाट करने के' कुछ सबूत दिखा रहे हैं. चेन्नई में जून के अंत में एक तेज उछाल के बाद कम मामले सामने आ रहे हैं. मुंबई में नियमित रूप से गिरावट और उछाल है, वहां कई हफ्तों तक औसतन हर रोज 1400 मामले सामने आए हैं.
COVID-19 के चलते हुई मौतों की संख्या के संदर्भ में, मुंबई और दिल्ली में सबसे खराब आंकड़े हैं. हालांकि, अहमदाबाद भी हैरान करता है क्योंकि मौतों की संख्या में यह तीसरे स्थान पर है, जबकि कुल मामलों की बात करें तो यह छठे स्थान पर है. वहीं, हैदराबाद में ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन यहां अब तक की मृत्यु दर बहुत कम है. बेंगलुरु में जून के आखिर से मौतों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है.
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