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इमरान पर MEA का पलटवार- भारत में सभी धर्मों के लिए हैं बराबर मौके

पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों के हालात पर विदेश मंत्रालय ने दिखाया आइना.

क्विंट हिंदी
भारत
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भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 
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भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 
(फोटो: ट्विटर) 

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भारत ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के भारतीय मुसलमानों पर दिए बयान पर नाराजगी जताई है. पाक पीएम इमरान खान ने अपने बयान में कहा था कि भारत में मुसलमानों के साथ बराबरी का व्यवहार नहीं किया जाता.

विदेश मंत्रालय (MEA) ने अपने बयान में इमरान खान के स्टेटमेंट को हर भारतीय का अपमान बताया है. विदेश मंत्रालय ने बयान को लेकर करारा जवाब भी दिया है.

MEA के मुताबिक, बयान से साफ जाहिर होता है कि भारतीय सेकुलर राजनीति के बारे में इमरान की समझ उथली है. MEA प्रवक्ता ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि हमारे देश में हर धर्म और मान्यता के लीडर हैं, जो संवैधानिक पदों पर मौजूद हैं.

<b>पाकिस्तान में रह रहे धार्मिक अल्पसंख्यकों की दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को सरकारी महकमे में प्रवेश का रास्ता लगभग बंद है, उदहारण के लिए जैसे प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार समिति जैसे विभागों में.</b>
विदेश मंत्रालय, भारत
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क्या कहा था इमरान ने...

हम यह सुनिश्चित करेंगे कि पाकिस्तान में सभी नागरिकों को बराबर का अधिकार और अवसर मिले. भारत की तरह नहीं, जहां मुसलमानों को सेकेंड क्लास सिटीजन की तरह समझा जाता है
इमरान खान, प्रधानमंत्री, पाकिस्तान

ऐसा दूसरी बार है जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भारत के अल्पसंख्यकों के बारे में इस प्रकार के बयान दिए हैं. इमरान खान ने इससे पहले भी मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि हम उन्हें बताएंगे की अल्पसंख्यकों के साथ कैसा सलूक किया जाता है. खुद भारत के लोग भी इस बात को मानते हैं की वहां मुसलमानों को बराबर का दर्जा नहीं दिया जाता है.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, मोदी सरकार पर पहले भी एंटी-मुस्लिम और एंटी-पाकिस्तान होने का भी आरोप लगाते रहे हैं.

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