advertisement
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को अगले आदेश तक के लिए हाउस अरेस्ट कर दिया गया है. पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को हैदरपोरा मुठभेड़ में नागरिकों की कथित हत्या के विरोध में प्रदर्शन किया था. महबूबा ने कहा था,
महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा कि उन्हें फिर से नजरबंद कर दिया गया है-
महबूबा ने सरकर पर आरोप लगाते हुए कहा था-आतंकवाद से निपटने के बहाने आम नागरिक मारे जा रहे हैं.
हैदरपोरा मुठभेड़ में कोई आतंकवादी मारा गया या नहीं, लेकिन मारे गए तीन नागरिकों के परिवारों का कहना है कि वे निर्दोष थे.
महबूबा ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा-
मुठभेड़ सोमवार को हुई थी, जिसमें एक विदेशी आतंकवादी, एक स्थानीय आतंकवादी और दो लोगों सहित चार लोग मारे गए थे, पुलिस ने कहा था कि चार में से दो आतंकवादी समूहों के ओवरग्राउंड वर्कर थे.
हैदरपुरा एनकाउंटर पर उठ रहे सवालों के बीच पीडीपी नेता महूबबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उनर अब्दुल्ला ने मामले की जांच की मांग की है.
महबूबा मुफ्ति पिछले कुछ महीनों से लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर रही हैं. सरकार के कई फैसले के खिलाफ अपनी नाराजगी जताती रही हैं. जम्मू-कश्मीर में जब सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाई गई थी, तब भी महबूबा ने सरकार को निशाने पर लेते हए कहा था कि सरकार ज्यादा सेना की तैनाती कर जम्मू-कश्मीर को छावनी में तब्दील करना चाहती है.
महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि वो यूपी चुनाव से ठीक पहले हिंदू-मुस्लिम करने में जुट गई है. जम्मू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए महबूबा ने किसानों का भी जिक्र किया था. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से किसान धरने पर बैठे हैं, लेकिन इनके पास कोई जवाब नहीं है. उनकी सिर्फ एक ही फैक्ट्री चल रही है, जिसमें हिंदू और मुस्लिमों को एक दूसरे के खिलाफ भड़काया जाता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)