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सुरक्षाबलों के दफ्तर में रहेगी पटेल की फोटो, संदेश- केंद्र का आदेश

31 अक्टूबर को देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जयंती मनाई जाएगी

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31 अक्टूबर को देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जयंती मनाई जाएगी
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31 अक्टूबर को देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जयंती मनाई जाएगी

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केंद्र सरकार ने देशभर में केंद्रीय सुरक्षा बलों को अपने ऑफिस में सरदार वल्लभभाई पटेल की तस्वीर लगाने का निर्देश जारी किया है. सरदार पटेल की तस्वीर के साथ एक संदेश 'भारत की सुरक्षा, एकता और अखंडता को हम सदैव अक्षुण्‍ण रखेंगे' भी लिखकर लगाना होगा. केंद्र ने ये निर्देश सरदार पटेल की 144वीं जयंती (31 अक्टूबर) से पहले जारी किया है.

सुरक्षा बलों भेजे गए लेटर के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने उनसे सरदार पटेल नेशनल यूनिटी 2019 के नामांकन के लिए भी अनुरोध किया है, ताकि उन्हें 144वीं जयंती के अवसर पर सम्मानित किया जा सके.

लेटर में कहा गया है कि इस साल राष्ट्रीय एकता दिवस या नेशनल यूनिटी डे का खास महत्व है, क्योंकि ये आर्टिकल 370 को खत्म करके जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को भारत का अभिन्न अंग बनाने का टास्क पूरा करता है.

नेशनल यूनिटी डे हर साल सरदार पटेल की जयंती वाले दिन 31 अक्टूबर को मनाया जाता है. पीएम मोदी ने साल 2014 से इस दिन नेशनल यूनिटी डे मनाने की शुरुआत की थी. इस साल से हर साल 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस परेड आयोजित की जाएगी.

पहली बार, देशभर के पुलिस बलों की भागीदारी के साथ राष्ट्रीय एकता दिवस परेड 31 अक्टूबर को आयोजित की जा रही है.  इसे हर साल आयोजित किया जाएगा. 
गृह मंत्रालय का लेटर
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गृह मंत्रालय के अनुसार, इस दिन कई खास कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा. इसमें बटालियन स्तर पर रन फॉर यूनिटी का आयोजन करना भी शामिल है.

पटेल के नाम पर सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार

हाल ही में सरकार ने भारत की एकता और अखंडता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार देने का ऐलान किया था. ये सम्मान विशेष स्थिति और अत्यधिक सुयोग्य मामलों को छोड़कर मरणोपरांत प्रदान नहीं किया जाएगा. इस पुरस्कार के साथ कोई भी मौद्रिक राशि या नकद पुरस्कार नहीं होगा.

इस पुरस्कार का मकसद राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बढ़ावा देने और मजबूत अखंड भारत के मूल्य को सुदृढ़ करने में उल्लेखनीय और प्रेरक योगदान के लिए सम्मानित करना है.

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Published: 18 Oct 2019,08:20 PM IST

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