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वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज
देशव्यापी लॉकडाउन के बाद देश के अलग-अलग महानगरों से प्रवासी मजदूर बड़ी तादात में अपने घरों के लिए पैदल ही निकल पड़े. इन्हीं लोगों में 39 साल के रणवीर सिंह भी अपने घर जाने के लिए मजबूरी में दिल्ली से मध्य प्रदेश के मुरैना पैदल ही निकल गए थे. लेकिन वो घर पहुंचते इससे पहले ही उत्तर प्रदेश के आगरा में उनकी मौत हो गई. रणवीर 27 मार्च शुक्रवार के दिन दिल्ली से मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुए थे.
दिल्ली के एक प्राइवेट रेस्तरां में होम डिलीवरी बॉय के तौर पर काम करने वाले रणवीर की मौत आगरा में 200 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद हुई. तीन बच्चों के पिता रणवीर दिल्ली से पैदल ही मध्य प्रदेश जा रहे थे. पुलिस के मुताबिक रणवीर पैदल चलते-चलते नेशनल हाइवे-2 के कैलाश मोड़ पर बेहोश होकर गिर पड़े थे.
सिकंदरा पुलिस स्टेशन के हाउस अफसर अरविंद कुमार ने बताया कि रणवीर को सड़क पर बेहोश देखकर एक स्थानीय दुकानदार संजय गुप्ता उनकी ओर दौड़े. अरविंद कुमार ने बताया-
मृतक के भाई राघवेंद्र ने मीडिया से बातचीत में बताया कि रणवीर सिंह उनके बड़े भाई थे. वो दिल्ली से पैदल चलकर घर आ रहे थे. उनको सीने में दर्द महसूस हुआ और आगरा के पास उनकी मौत हो गई. उनकी 2 बेटियां हैं और एक बेटा है. इसके अलावा उनके घर में कोई नहीं है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक को उनकी मौत की वजह बताया गया है. हालांकि उनके 200 किलोमीटर लंबे सफर को देखते हुए पुलिस थकान को भी मौत की एक वजह मान रही है. जानकारी के मुताबिक रणवीर सिंह पिछले 3 साल से दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में काम कर रहे थे. रणवीर किसान परिवार से आते हैं और वो अपने परिवार के लिए कमाई करने वाले एकमात्र सदस्य थे.
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