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2024 के लोकसभा चुनाव की घोषणा अभी बाकी है, बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अपनी तैयारियों को पुख्ता करना शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे RSS प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने शनिवार को इंटरनेशनल टेंपल कन्वेंशन एंड एक्सपो (ITCX) का उद्घाटन किया.
उद्घाटन के दौरान RSS प्रमुख ने कहा कि, "मंदिर हमारी सनातनी परंपरा का अभिन्न अंग है, यह हमारी प्रगति का सामाजिक उपकरण भी है. मंदिर में आराधना के समय आराध्य का पूर्ण स्वरूप होना आवश्यक है. मंदिर में शिक्षा, संस्कार, सेवा भाव और प्रेरणा मिले और वह समाज की चिंता करने वाला हो."
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत ने सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित तीन दिवसीय महासम्मेलन में इंटरनेशनल टेंपल्स कन्वेंशन एंड एक्सपो में मठ और मंदिरों के झगड़े छोड़कर एक साथ आने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि हमारे जीवन का लक्ष्य एक ही है, हमारा कर्म और धर्म. यह लोक और परलोक दोनों को ठीक करेगा. उन्होंने कहा कि...
उन्होंने कहा कि पहले बलि परंपरा थी लेकिन, जब पता चला कि यह काल संगत नहीं है तो अब नीबू और नारियल की बलि देते हैं. समाज प्रकृति और परंपरागत राजा पर निर्भर नहीं है. राजा का काम संचालन है. इसके लिए हम सत्ता देकर सो नहीं जाते, बल्कि उनके कामों का फल चुनाव में देते हैं.
पीएम मोदी ने इंटरनेशनल टेम्पल कन्वेंशन एंड एक्सपो (ITCX) 2023 के आयोजकों को लिखे पत्र में विभिन्न मंदिर प्रबंधनों के प्रतिनिधियों से 'विकास भी, विरासत भी' के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का आग्रह किया. उन्होंने लिखा कि...
पीएम मोदी के इस पत्र में आयोजकों की पहल की भी सराहना की गई है.
इंटरनेशनल टेम्पल कन्वेंशन की वेबसाइट के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय मंदिर सम्मेलन और एक्सपो (ITCX) टेंपल कनेक्ट-डिवाइनिटी वर्ल्डवाइड द्वारा संचालित दुनिया भर के मंदिरों के प्रबंधन को चलाने वाला दुनिया का पहला कार्यक्रम है.
वेबसाइ पर लिखा है कि...
(इनपुट्स - चंदन पांडेय)
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