Home News India Morning Walk Warning: रखें इन 10 बातों का ध्यान, कहीं खतरे में ना पड़ जाए जान
Morning Walk Warning: रखें इन 10 बातों का ध्यान, कहीं खतरे में ना पड़ जाए जान
मॉर्निंग वॉक करते समय डॉक्टर की बताई इन बातों का रखें ख्याल.
अश्लेषा ठाकुर
भारत
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Morning Walk Precautions: अनजाने में गलत तरीके से मॉर्निंग वॉक करने पर जान पर भी बन आती है.
(फोटो:iStock)
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Morning Walk Precautions: सर्दियां खत्म होते ही बड़ी संख्या में लोग मॉर्निंग वॉक (Morning Walk) पर निकलना शुरू कर देते हैं. फिट और हेल्दी रहने के लिए डॉक्टरों ने मॉर्निंग वॉक को बेहतर बताया है. सुबह सवेरे ताजी हवा में मॉर्निंग वॉक करने से शरीर में फुर्ती और दिमाग फ्रेश महसूस करने लगता है, लेकिन उसके लिए जरूरी मॉर्निंग वॉक सही ढंग से करना. कई बार अनजाने में गलत तरीके या बिना सही सलाह के मॉर्निंग वॉक करने पर जान पर भी बन आती है.
फिट हिंदी ने नई दिल्ली, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में इंटरवेन्शनल कार्डियोलॉजी के सीनियर कंसलटेंट, डॉ विवुध प्रताप से मॉर्निंग वॉक करने के सही तरीकों के बारे में जाना.
किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने से पहले डॉक्टर से मिलना चाहिए और चेकअप कराना चाहिए. कहीं कोई समस्या तो नहीं है, जिसका हमें ध्यान रखना चाहिए. इस बात का पता होना जरूरी है.
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हार्ट प्रॉब्लम, हाई बीपी, डायबिटीज के मरीज को मॉर्निंग वॉक या किसी भी फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेनी जरूरी है. ऐसे मरीजों को हफ्ते में 5 दिन 30 मिनट की ब्रिस्क वॉक (brisk walk) की सलाह दी जाती है. एक्सपर्ट के अनुसार, बीमारी से ग्रसित ऐसे लोग 150 मिनट हफ्ते में ब्रिस्क वॉक करके अपने हेल्थ गोल (health goal) को बनाए रख सकते हैं.
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किसी को भी बहुत तेज वॉक करने से बचना चाहिए. ब्रिस्क वॉक (brisk walk) करना हमेशा फायदेमंद रहता है, जिसमें हल्की सी सांस फुले.
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मॉर्निंग वॉक (Morning Walk) करते समय हाइड्रेशन का खास ख्याल रखना चाहिए. वॉक के दौरान डीहाइड्रेटेड होने से बचने के लिए वॉक से पहले और वॉक के दौरान पानी पीते रहें.
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मॉर्निंग वॉक पर निकलने से पहले और खत्म होने के बाद वार्मअप (warmup) जरूर करें. इससे मसल्स में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा और साथ ही इससे मांसपेशियों में चोट लगने का रिस्क भी कम होना.
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मॉर्निंग वॉक के समय आजकल बहुत सारे लोग कान में ईयर प्लग लगा कर रखते हैं. ऐसा करने से आसपास के वातावरण से हमारा ध्यान हट जाता है, जिस कारण गिरने का जोखिम बढ़ जाता है.
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कोविड के आने के बाद से अक्सर लोग मास्क पहन कर जॉगिंग/वॉक/रनिंग करते दिख जाते हैं. ऐसा करना खतरनाक हो सकता है. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि किसी भी कार्डियोवैस्कुलर एक्टिविटी के दौरान ऑक्सीजन की आवश्यकता बढ़ जाती है, इसलिए किसी को भी ऐसा फेस मास्क या फेस-कवर नहीं पहनना चाहिए जो ठीक से सांस लेने से रोकता है. मास्क व्यक्ति के मुंह को ढकता है, जिससे मुंह और नाक से सांस लेना मुश्किल हो जाता है क्योंकि हवा के फ्लो में रुकावट आती है.
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मॉर्निंग वॉक करते समय हमें अपने पॉस्चर (body posture) का विशेष ध्यान रखना चाहिए. वॉक करते समय पीठ, रीढ़ की हड्डी को हमेशा सीधी रखें. पीठ को झुका कर वॉक करने से बचें नहीं तो रीढ़ की हड्डी की समस्याएं भी बढ़ सकती हैं.
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मॉर्निंग वॉक करने से पहले मौसम को ध्यान में रखें. बहुत अधिक गर्मी और बहुत ठंडी सर्दी में मॉर्निंग वॉक नहीं करें. गर्मी और सर्दी में मौसम के अनुसार कपड़े पहनें नहीं तो यह शरीर और दिल को नुकसान पहुंचा सकता है.
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मॉर्निंग वॉक के लिए सही जूते न सिर्फ पैरों को आराम पहुंचाते हैं बल्कि वो आपको थकान और गिरने से भी बचाते हैं. खास कर के 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को चलते समय कम्फर्टेबल (comfortable) जूते पहनने चाहिए क्योंकि इससे उन्हें गिरने से बचने में मदद मिलती है.