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मुंबई क्रूज ड्रग्स (Mumbai Drug Case) पार्टी मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने कहा था कि उसने एक लंबी छानबीन के बाद ये छापा मारा था. लेकिन भोपाल के एक शख्स नीरज यादव का दावा है कि उसने इस ड्रग्स पार्टी की टिप बीजेपी कार्यकर्ता मनीष भानुशाली को दी थी, जिसके बाद एनसीबी ने छापा मारा. नीरज यादव का दावा है कि उसके पास मनीष भानुशाली के साथ बातचीत की रिकॉर्डिंग भी है.
शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) समेत कई हाई-प्रोफाइल नामों वाले इस केस में यह नया एंगल सामने आया है और इसने NCB की कार्यप्रणाली और रेड की विश्वसनीयता पर संदेह पैदा करने का काम किया है.
एनसीबी के लिए क्रूज ड्रग्स मामलें में पहले ही सर-दर्द बन चुके मनीष भानुशाली और KD गोसावी के बाद भोपाल निवासी नीरज यादव का दावा परेशानी का कारण बन सकता है. नीरज यादव का कहना है कि वो मनीष भानुशाली और KD गोसावी को जानता है और क्रूज पर मारे गए एनसीबी के छापे के लिए खुफिया जानकारी उसने ही उपलब्ध कराए थे.
नीरज यादव के हिसाब से उसने ही 1 अक्टूबर को शाम 5 बजे के करीब मनीष भानुशाली को कॉल कर खुफिया जानकारी दी थी कि मुंबई में एक जहाज में 2 अक्टूबर को रेव पार्टी होने वाली है. नीरज के अनुसार उसके पास मनीष भानु शाली को किये गए कॉल का सबूत भी हैं.
एनसीबी के जांच पर सवाल उठता नीरज का एक दावा है कि उसने मनीष भानुशाली को 27 लोगों के नाम भी भेजे थे ,जो पार्टी में ड्रग्स लेकर पहुंचने वाले थे. लेकिन उस संभावित 27 लोगों में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का नाम नहीं था.
सबसे पहले नीरज के हिसाब से उसने 1 अक्टूबर को ड्रग्स पार्टी की जानकारी मनीष भानुशाली को कॉल पर दी थी. इसके बाद मनीष भानुशाली ने नीरज को वॉट्सऐप पर मैसेज कर बताया कि वो मुंबई के लिए निकल रहा है. नीरज के मुताबिक मनीष और गोसावी उस समय अहमदाबाद में थे और मुंबई के लिए निकलने से पहले उन्होंने बताया था कि उनकी NCB के लोगों से बात हो गई है.
नीरज ने रात 10:16 मिनट पर भानुशाली को फिर से कॉल किया. उस समय नीरज को बताया गया कि मनीष भानुशाली के साथ लगभग 25 NCB के लोग मौजूद हैं. नीरज को इस बात पर भरोसा नहीं हो रहा था और उसने 10:52 मिनट पर एक बार फिर से कॉल लगाया. सबूत देने के लिए भानुशाली ने 10:53 पर नीरज को एक वीडियो कॉल किया जिसको नीरज ने रिकॉर्ड कर लिया.
बाद में मनीष भानुशाली ने नीरज को एक के बाद एक कई कॉल किये क्योंकि जो नाम नीरज ने भेजे थे, उनमे से कोई भी क्रूज पर नहीं पहुंचा था. उसे डर था कि कहीं उनकी जानकारी गलत न निकल जाए. 5:14 मिनट पर भानुशाली ने नीरज को कॉल करके बताया कि उसके 27 नामों में से 9 लोगों को पकड़ा जा चुका है.
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