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NEET परीक्षा में ओडिशा के शोएब आफताब ने पहली रैंक हासिल की है. उन्होंने 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं. लेकिन इस परीक्षा में उनके अलावा पूरे-पूरे नंबर लाने का यह करिश्मा कुशीनगर की रहने वाली आकांक्षा सिंह ने भी किया है.
हालांकि उम्र के क्रिटेरिया की वजह से शोएब को पहली रैंक दी गई है. दूसरी रैंक हासिल करने वाली आकांक्षा कुशीनगर के अभिनायकपुर की रहने वाली हैं. उन्होंने 10 वीं तक अपने गांव में ही पढ़ाई की है. इसके बाद आकांक्षा आगे की तैयारी के लिए दिल्ली चली गईं.
आकांक्षा के पिता इंडियन एयरफोर्स से रिटायर सर्जन हैं, वहीं उनकी मां प्राथमिक स्कूल में पढ़ाती हैं. आकांक्षा का सपना है कि वे कभी न्यूरोसर्जरी रिसर्च में विशेषज्ञता हासिल कर पाएं.
नीट परीक्षा में अगर दो या उससे ज्यादा छात्रों के एक जैसे नंबर आते हैं, तो जिस विद्यार्थी के बॉयोलॉजी में ज्यादा नंबर रहते हैं, उसे रैंकिंग में दूसरे पर वरीयता दी जाती है. अगर एक जैसे टोटल स्कोर और बॉयोलॉजी में भी एक जैसे नंबर आते हैं, तो केमिस्ट्री में ज्यादा नंबर लाने वाले को वरीयता मिलती है.
शोएब आफताब और आकांक्षा सिंह के मामले में भी यही हुआ. हर चीज में पूरे नंबर लाने पर, ज्यादा उम्र होने के चलते शोएब आफताब को पहली और आकांक्षा को उतने ही नंबर में दूसरी रैंक दी गई.
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