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पंजाब नेशनल बैंक में 11,300 करोड़ घोटाले के आरोपी नीरव मोदी, मेहुल चोकसी समेत 4 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने 31 जनवरी को ही लुकलाउट नोटिस जारी किया था. लेकिन इससे पहले ही सारे आरोपी देश छोड़कर फरार हो गए थे. नीरव मोदी की पत्नी जो एक अमेरिकी नागरिक हैं, उन्होंने 6 जनवरी को ही भारत छोड़ दिया. वहीं मेहुल चौकसी 4 जनवरी को फरार हो गए थे. नीरव मोदी के भाई के पास बेल्जियम की नागरिकता है वो 1 जनवरी को भारत छोड़ चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक, नीरव फिलहाल न्यूयॉर्क में हैं.
पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील मेहता का कहना है कि बैंक को धोखाधड़ी की इस वारदात के बारे में 3 जनवरी को पता चला था. बैंक को पता चला था कि उसके दो कर्मचारी अवैध लेनदेन में शामिल हैं.
कुछ ऐसा ही विजय माल्या के वक्त हुआ था, माल्या पर सीबीआई और ईडी की कार्रवाई की भनक लगते ही वो लंदन भाग गया था और उसे भारत लाने की कोशिश खिंचती चली जा रही है.
नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक में 11,300 करोड़ रुपए के घोटाले का मुख्य आरोपी है. सूत्र कहते हैं कि जैसे ही घोटाले की जानकारी सामने आई इसके बारे में नीरव मोदी को अलर्ट कर दिया गया.
अब तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक, पंजाब नेशनल बैंक दो अधिकारी रिटायर्ड डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी और मनोज हनुमंत खरात का भी एफआईआर में नाम है.
पंजाब नेशनल बैंक के करीब 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने आरोपी नीरव मोदी के 9 ठिकानों पर रेड की है. प्रवर्तन निदेशालय की टीम नीरव मोदी के मुंबई स्थित शोरूम और दफ्तर पर दस्तावेज खंगाल रही है. प्रवर्तन निदेशालय ने नीरव मोदी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और 280 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.
प्रवर्तन निदेशालय ने पीएनबी के घोटाले का मामला इस महीने की शुरुआत में दर्ज हुई सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर दर्ज किया है.
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने 11,300 करोड़ रुपये के लेन-देन के मामले में सीबीआई से दो शिकायतें की हैं. ये शिकायतें अरबपति हीरा व्यवसायी नीरव मोदी और आभूषण बनाने वाली एक कंपनी के खिलाफ की गई हैं. मोदी के आभूषण दुनियाभर की हस्तियों के बीच लोकप्रिय हैं और उन्हें सीबीआई जांच का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि एजेंसी मामले में उपयुक्त कानूनी कार्रवाई चाहती है.
अधिकारियों ने बताया कि पीएनबी की शाखा में 280 करोड़ रुपये के कथित ठगी और धोखाधड़ी मामले में वह सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पीएनबी से मंगलवार को दो शिकायतें मिलीं, जिनमें आरोप लगाया गया कि बैंक ने 11,300 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी लेन-देन का पता चला जिसमें मोदी और आभूषण कंपनी शामिल हैं. अधिकारियों ने राष्ट्रीय बैंक की तरफ से मिली शिकायत में आगे की कार्रवाई के बारे में विस्तार से नहीं बताया. उन्होंने कहा कि डिजाइनर और कंपनी के खिलाफ उपयुक्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुई करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के संबंध में नीरव मोदी और अन्य के खिलाफ मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज किया है. यह केस केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी के आधार पर दर्ज किया गया है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में दर्ज हुई सीबीआई प्राथमिकी के आधार पर यह मामला काला धन रोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज हुआ है. ऐसा माना जा रहा है कि ईडी ने नीरव मोदी और अन्य के खिलाफ पीएनबी की शिकायत का भी संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि एजेंसी इस बात की जांच करेगी कि क्या बैंक की धोखाधड़ी की गयी राशि की हेरा-फेरी की गयी थी और अवैध संपत्ति बनाने के लिए आरोपियों ने इस तरीके का बार-बार इस्तेमाल किया था.
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