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ब्रेकिंग VIEWS | कैसे हुआ पंजाब नेशनल बैंक में इतना बड़ा घोटाला?

क्या ये एक बहुत बड़े बैंक घोटाले की आहट है?

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बुधवार सवेरे देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज को एक बड़ी जानकारी दी- बैंक की एक मुंबई ब्रांच में बड़ा घोटाला हुआ है. 11 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का. शुरुआती जांच के बाद बैंक के 10 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है.

इतना बड़ा घोटाला हुआ कैसे?

शुरूआती जांच में कुछ खुलासा हुआ है. इसके हिसाब से बड़े डायमंड व्यापारी नीरव मोदी और उनके सहयोगी पीएनबी से ‘बायर्स क्रेडिट’ लिया करते थे. बायर्स क्रेडिट 90 से 180 दिन का उधार होता है जो इंटरनेशनल बैंक, इंपोटर्स को देते हैं. इससे इंपोर्ट के लिए पेमेंट करने में आसानी होती है.

बायर्स क्रेडिट का आधार होता है बैंक का अपने कस्टमर को दिया गया लेटर ऑफ कम्फर्ट. दूसरे शब्दों में कहें तो ‘लेटर ऑफ कम्फर्ट’ तय होता है बैंक का अपने कस्टमर के बारे में आकलन पर. उसकी क्रेडिट हिस्ट्री क्या है, वह कितना पैसा चुका सकता है, उसका पिछला लेन-देन कैसा रहा है.

क्या है ‘लेटर ऑफ कम्फर्ट’ का चक्कर?

ब्लूमबर्ग क्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक नीरव मोदी और उनके सहयोगियों की तीन कंपनियों- Diamonds R US, Steller Diamonds और Solar Exports ने पीएनबी से जनवरी के महीने में ‘लेटर ऑफ कम्फर्ट’ की मांग की. जिसके एवज में बैंक ने कैश मार्जिन जमा करने को कहा. इस पर कंपनी का जवाब था कि उनको काफी पहले से ‘लेटर ऑफ कम्फर्ट’ मिलता रहा है. जब बैंक के रिकॉर्ड में पुराने ‘लेटर ऑफ कम्फर्ट’ का कोई जिक्र नहीं मिला तो शक बढ़ा. जांच में पता चला है कि बैंक के दो कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी ‘लेटर ऑफ कम्फर्ट’ जारी हो रहे थे जिसके आधार पर नीरव मोदी और उनके सहयोगियों की कंपनी इंटरनेशनल बैंक की शाखाओं से ‘लेटर ऑफ क्रेडिट’ लेती रही.

आशंका है कि इस घपले का असर पीएनबी के साथ-साथ कुछ दूसरे बैंको पर भी पड़ सकता है. ताजा जानकारी के मुताबिक वित्त मंत्रालय से सभी बैंकों से एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है.

बढ़ सकती है PNB की मुसीबत

गौरतलब है कि पीएनबी, खराब लोन (NPA) के बड़े संकट से जूझ रही है. हाल के दिनों में उसे सरकार से 5,400 करोड़ रुपए की पूंजी दी गई थी. लेकिन 11,300 करोड़ के संभावित घाटे के बाद पीएनबी का संकट और भी बढ़ सकता है. और इसका असर अगर दूसरे बैंकों पर भी पड़ता है तो अर्थव्यवस्था को नया झटका लग सकता है. आपको बता दें, हीरा कारोबारियों से पीएनबी को पहली बार नुकसान नहीं हुआ है. इससे पहले विनसम डायमंड ने भी 5 हजार करोड़ का डिफॉल्ट कर दिया था.

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