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वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि देश में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन और स्थिर निवेश में सुधार के साफ संकेत दिख रहे हैं. उन्होंने ये बात ऐसे समय की है जब जीडीपी दर छह साल के निचले स्तर पर आ गयी है.
वित्तमंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नरमी के दौर से गुजर रही अर्थव्यवस्था के लिए प्रोत्साहनों की तीसरी किस्त की घोषणा की. उन्होंने कहा कि बैंकों से लोन सर्विस को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज दोपहर 2:30 बजे दिल्ली के नेशनल मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी.
इंटरनेशनल मोनेटरी फंड (IMF) ने भारत की आर्थिक वृद्धि को उम्मीद से काफी कमजोर बताया है. IMF प्रवक्ता गेरी राइस ने 12 सितंबर को इसकी वजह भी बताई. एक संवाददाता सम्मेलन में राइस ने कहा, ''हम नए आंकड़े पेश करेंगे लेकिन खासकर कॉर्पोरेट और पर्यावरणीय नियामक की अनिश्चितता और कुछ गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की कमजोरियों के कारण भारत में हालिया आर्थिक वृद्धि उम्मीद से काफी कमजोर है.''
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हाल ही में कहा, ''आप किसी से बात कीजिए, हर कोई यही कहता है कि इकनॉमी बद से बदतर हालत में जा रही है. मौजूदा स्थिति की खतरनाक बात ये है कि सरकार इस बात से बेपरवाह है वो मानने को ही तैयार नहीं है कि हम मंदी के बीच फंस गए हैं.''
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए 23 अगस्त को भी कई ऐलान किए थे. इनमें सरकारी बैंकों को 70 हजार करोड़ रुपये की पूंजी देने, कारोबारियों के लिए GST रिफंड आसान करने और स्टार्टअप पर एंजल टैक्स खत्म जैसे ऐलान शामिल थे.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने निर्यात प्रोत्साहन के लिए विदेशी बाजारों में भेजे जाने वाले वाणिज्यिक उत्पादों पर कर और शुल्क का बोझ खत्म करने की एक नयी योजना आरओडीटीईपी की घोषणा की. निर्यात उत्पादों पर शुल्कों और करों की छूट (आरओडीटीईपी) नाम की इस योजना से खजाने पर अनुमानित 50,000 करोड़ रुपये का बोझ आने का अनुमान है.
सीतारमण ने कहा कि निर्यातकों को लोन के लिए पीएसएल नियमों की समीक्षा की जाएगी. दिशानिर्देशों पर भारतीय रिजर्व बैंक के साथ विचार-विमर्श चल रहा है. निर्यातकों को 36,000 करोड़ रुपये से लेकर 68,000 करोड़ रुपये तक का एक्सपर्ट फंड मिलेगा.
इसके अलावा देश में चार स्थानों पर हस्तशिल्प, योग, पर्यटन, कपड़ा और चमड़ा क्षेत्रों के लिए मेगा शॉपिंग फेस्टिवल आयोजित किए जाएंगे.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कांफ्रेंस में अफोर्डेबल और मिडिल इनकम ग्रुप के मकानों के लिए 10 हजार करोड़ रुपये के फंड का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए 36 हजार से लेकर 68 हजार करोड़ रुपये के क्रेडिट का इंतजाम किया जाएगा. एक्सपोर्ट का वक्त कम करने के भी उठाए जाएंगे.
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