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तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का बजट पेश किया. वित्त मंत्री ने बजट में कृषि सेक्टर के लिए कुछ बड़े ऐलान किए हैं. निर्मला सीतारमण ने कृषि सेक्टर के लिए एग्रीकल्चरल क्रेडिट टारगेट (कृषि ऋण लक्ष्य) और ज्यादा बढ़ाए जाने की बात कही. लेकिन कई किसान नेता इस बजट से खुश नहीं दिख रहे हैं.
स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि देश के किसानों को उम्मीद थी कि जब वित्त मंत्री बजट पेश करेंगी तो किसानों का खास ध्यान रखेंगी लेकिन अफसोस ऐसा नहीं हुआ. सरकारी बजट का कुल 5.1 फीसदी से घटाकर 4.3 फीसदी कर दिया गया है.
योगेंद्र यादव ने कहा कि पीएम किसान निधि सम्मान योजना, जोकि सबसे बड़ी योजना थी उसे भी 75 हजार करोड़ से घटाकर 65 हजार करोड़ कर दिया गया है.
योगेंद्र यादव ने कहा,
बता दें कि दिल्ली की अलग-अलग सरहदों पर हजारों किसान 26 नवंबर 2020 से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
जय किसान आंदोलन से जुड़े अविक शाह का कहना है कि वित्त मंत्री के स्पीच पर नहीं आंकड़ों पर गौर करना होगा. उन्होंने कहा,
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