Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019प्रज्ञा पर भड़के नीतीश, क्या NDA से बाहर का रास्ता देख रही JDU?

प्रज्ञा पर भड़के नीतीश, क्या NDA से बाहर का रास्ता देख रही JDU?

क्या नतीजों से पहले जेडीयू ने बढ़ाई बीजेपी की मुश्किलें?

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
प्रज्ञा के बयान से नीतीश नाराज
i
प्रज्ञा के बयान से नीतीश नाराज
(फोटो: Altered by The Quint)

advertisement

एनडीए के सहयोगी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार और मालेगांव बम ब्लास्ट आरोपी प्रज्ञा ठाकुर के गोडसे पर दिए बयान पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है. पटना में वोट डालने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने गोडसे पर प्रज्ञा के बयान को बर्दाश्त से बाहर बताया है.

सीएम नीतीश कुमार ने प्रज्ञा ठाकुर पर कहा,

ये सब हम बर्दाश्त नहीं कर सकते. बीजेपी को उन्हें बाहर निकालने पर जरूर विचार करना चाहिए. ये बीजेपी का अंदरूनी मामला है. एक्शन लेना पार्टी का काम है.’’ उन्होंने कहा, ‘’हम अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता से बिल्कुल भी समझौता नहीं कर सकते. हमारी राय स्पष्ट है.

गोडसे के बारे में क्या कहा था प्रज्ञा ठाकुर ने?

बता दें कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. उन्होंने कहा था, ‘‘नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे. गोडसे को आतंकी बोलने वाले खुद के गिरेबान में झांक कर देखें. अबकी बार चुनाव में ऐसा बोलने वालों को जवाब दे दिया जाएगा.’’

प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान पर देशभर में विरोध शुरू हुआ जिसके बाद प्रज्ञा ठाकुर ने माफी मांगते हुए अपना बयान वापस ले लिया. प्रज्ञा ठाकुर माफी मांगते हुए कहा, “मैं नाथूराम गोडसे के बारे में दिये गए मेरे बयान के लिये देश की जनता से माफी मांगती हूं. मेरा बयान बिलकुल गलत था. मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का बहुत सम्मान करती हूं. यह मेरी निजी राय थी. मेरा इरादा किसी की भावनाएं भड़काने का नहीं था. मेरे बयान को मीडिया ने तोड़ा-मरोड़ा.”

नीतीश के बयान पर राबड़ी ने कहा-NDA से अलग क्यों नहीं होते

आरजेडी नेता और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी नीतीश कुमार के बयान पर रिएक्शन दिया है, उन्होंने कहा, नीतीश को सरकार से अलग हो जाना चाहिए था. प्रज्ञा ठाकुर से इतनी तकलीफ है तो उनको इस्तीफा देकर अलग हो जाना चाहिए.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

राम मंदिर, आर्टिकल 370 और कॉमन सिविल कोड पर भी बीजेपी से अलग नीतीश

यही नहीं नीतीश कुमार ने बीजेपी के स्टैंड से अलग जाकर कश्मीर में धारा 370 को हटाने, राम मंदिर और कॉमन सिविल कोड पर भी बयान दिया. धारा 35A और 370 को हटाए जाने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा-

“ये सवाल ही नहीं पैदा होता. हम 370 हटाने के पक्ष में नहीं हैं. आपको बता दें कि 1996 में जब हम समता पार्टी थे और आज जिसका नाम जनता दल यूनाइटेड हो गया, उसी समय से ही हमने यह स्पष्ट तौर पर कह दिया था कि धारा 370 को हटाने की बात नहीं हो सकती है. कॉमन सिविल कोड की बात हम स्वीकार नहीं करेंगे. अयोध्या मामले का निपटारा आपसी समझौते या बातचीत या कोर्ट के आदेश से हो. 1996 से ही हमारा इन तीनों मामलों पर स्टैंड रहा है.”
नीतीश कुमार, सीएम, बिहार

क्या एनडीए से बाहर का रास्ता देख रही JDU?

आखिरी चरण के चुनाव से पहले नीतीश कुमार की जेडीयू ने अचानक से चुनावी अभियान में पुराने मुद्दों को उछालकर बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी. जेडीयू ने फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग शुरू कर दी.

हाल ही में जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि अगर उनकी पार्टी के कम से कम 15 सांसद चुनकर आते हैं तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने की राह आसान हो जाएगी. चुनाव के आखिरी चरण में जेडीयू की इस मांग को नीतीश कुमार की दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है. और अब प्रज्ञा ठाकुर पर नीतीश का बयान जेडीयू-गठबंधन में सब ठीक नहीं है इस ओर इशारा कर रही है. नीतीश और केसी त्यागी के बयानों के बाद सवाल ये भी उठता है कि चुनाव परिणाम बीजेपी के पक्ष में न रहने की स्थिति में क्या जेडीयू एनडीए से बाहर निकलने की भूमिका तैयार कर रही है?

बता दें कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं और बीजेपी-जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं और लोक जनशक्ति पार्टी 6 सीट पर चुनाव लड़ रही है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 19 May 2019,10:34 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT