advertisement
आम तौर पर यही माना जाता है कि धूम्रपान करने वाले लोगों को ही फेफड़े के कैंसर होता है. लेकिन अब ध्रूमपान नहीं करने वाले लोग भी वायु प्रदूषण के कारण कम उम्र में इस बीमारी के चपेट में आ रहे हैं. दिल्ली के गंगाराम अस्पताल से ऐसा ही एक मामला सामने आया है. 28 साल की नॉन स्मोकर युवती को फेफड़े का कैंसर हो गया.
युवती स्मोक नहीं करती है. यहां तक कि उसके परिवार में भी कोई ध्रूमपान नहीं करता है. फिर भी उसे लंग्स कैंसर हो गया है. डॉक्टर हैरान है. उनका कहना है कि एक नॉन स्मोकर को इस उम्र में कैंसर होना वायु प्रदूषण की वजह से ही है.
उन्होंने कहा, "मेरे सामने पहले भी ऐसे मामले आए हैं. 30-40 की उम्र बीच के लोगों में धूम्रपान नहीं करने वाले लोगों में हर महीने 2-3 फेफड़े के कैंसर के मामले सामने आते हैं. लेकिन इस उम्र में कैंसर का ये पहला मामला है."
ये खबर पढ़कर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने चिंता जाहिर की है. कर्नाटक के बीजेपी नेता ने कहा, “दिल्ली में हवा की गुणवत्ता डरावनी है. मैं पिछले दो महीनों में तीन बार श्वसन संक्रमण के कारण बीमार पड़ा हूं. सभी स्तरों के अधिकारियों को इस मुद्दे को हल करने के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए. आम जनता को भी इसकी मदद करने की जरूरत है.”
इस ट्वीट के रिप्लाई में एक यूजर ने लिखा, “ये सच है कि प्रदूषण कैंसर का कारण बनता है. धूम्रपान न करने वाले को भी कैंसर होने का खतरा रहता है. मेरे चचेरे भाई, 27 की उम्र में 25 साल से पहले कैंसर हुआ था. ”
एक दूसरे यूजर ने लिखा, “बहुत शर्मनाक !! धूम्रपान न करने वाले फेफड़े के कैंसर के शिकार हो रहे हैं. यह मंजूर नहीं है, हम क्या कर सकते हैं? हम यह सब जानते हैं!! बच्चों को दर्द में मरने देने से पहले हमें गंभीर प्रयास करने की जरूरत है.”
एक दूसरे यूजर ने लिखा, “दिल्ली की धूम्रपान न करने वाली लड़की को शहर की खराब हवा में रहने से चौथे चरण का फेफड़े के कैंसर हो गया. हमारे देश की राजधानी के बारे में इससे ज्यादा डरावना कुछ भी हो सकता है!”
दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने 28 साल की एक युवती में फेफड़ों का कैंसर होने का दावा किया है. ये वाकई में चौंकाने वाला है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)