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पीओके में घुसकर आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पूरे देश से इसे लेकर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. सभी राजनीतिक पार्टियों ने देश की सेना को इसके लिए बधाई दी है.
विदेश मंत्रालय ने 22 देशों के राजदूतों, सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और सभी राजनीतिक पार्टियों को सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी दी. वहीं एहतियात के तौर पर बॉर्डर से सटे इलाकों को खाली करा लिया गया है.
अब सवाल उठता है कि अगला कदम क्या होगा? पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत जिस मोड़ पर खड़ा है, वहां से चार रास्ते निकलते हैं. इन चारों में से कोई एक रास्ता भारत को आगे उठाना होगा.
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब इंटरनेशनल फोरम से दोनों देशों से शांति बहाली के लिए अपील की जाएगी. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि तनाव कम करने के लिए दोनों देश विभिन्न माध्यमों से एक-दूसरे के सम्पर्क में हैं. दोनों देश मतभेदों से निपटने के लिए और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए मिलकर काम करें.
ऐसे में चीन के बाद यदि कुछ और देश भारत और पाकिस्तान के बीच शांति बहाली के लिए पहल करते हुए आगे आते हैं , तो दोनों देश इस 'बात' को यहीं खत्म कर सकते हैं.
पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने के लिए भारत आतंकी कैंपों पर इस तरह के और हमले कर सकता है. इससे आतंकवाद और पाकिस्तान को कड़ा संदेश जाएगा कि भारत अब किसी भी आतंकी गतिविधि का हर तरह से पूरा जवाब देगा.
मोदी सरकार को विपक्षी दलों सहित कई लोगों से मिले सपोर्ट के बाद यह संभव है कि भारत इस तरह की सर्जिकल स्ट्राइक तेज कर दे.
भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की सरकार पर भी काफी ज्यादा दबाव है कि वे इस हमले का जवाब दें. भारत की सर्जिकल स्ट्राइक में कुछ पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की भी खबर है. पाकिस्तान में पब्लिक आउट्रेज को कम करने के लिए पाकिस्तान कर तरफ से भारत के खिलाफ कोई न कोई एक्शन लिया जा सकता है.
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इसकी निंदा की.
ऐसे में इस गोरिल्ला युद्ध से दोनों देशों के बीच कड़वाहट इतनी बढ़ सकती है, जिसे कंट्रोन करने के लिए लंबा इंतजार करना होगा.
दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंकाओं को तब बल मिलेगा, जब दोनों के लिए ही बात एकदम काबू से बाहर हो जाए. दोनों ही देश परमाणु सम्पन्न हैं. ऐसे में युद्ध की आशंका बेहद कम है. दोनों देशों के बीच युद्ध का मतलब दुनिया भर को एक बड़े युद्ध की तरफ ले जाना भी होगा. यदि युद्ध होता है तो दोनों पर गहरा असर छोड़ जाएगा.
भारत पर युद्ध का यह होगा असर
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