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दिल्ली के कई इलाकों में पिछले तीन दिनों से जमकर हिंसा हुई. नागरिकता कानून के नाम पर हुई इस हिंसा ने भयानक रूप ले लिया और अब तक करीब 22 लोगों की जान चली गई है. इस हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस और गृहमंत्रालय पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इन सवालों के बीच अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सरकार को सलाह देने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को सड़क पर उतरना पड़ा है. उन्होंने नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और कहा कि उन्हें पीएम और गृहमंत्री अमित शाह ने भेजा है.
अजित डोभाल ने दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों मौजपुर और ब्रह्मपुरी का दौरा किया. इस दौरान उनके साथ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे. एनएसए डोभाल ने इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,
बता दें कि अभी तक गृहमंत्री अमित शाह ने सामने आकर दिल्ली हिंसा को लेकर कोई भी बयान नहीं दिया है. बताया जा रहा है कि एनएसए के साथ बैठक के बाद अमित शाह ने पूरी जिम्मेदारी उन्हें दे दी है. डोभाल ग्राउंड पर उतरकर काम करेंगे और इसकी रिपोर्ट सीधे गृहमंत्रालय तक पहुंचाई जाएगी.
एनएसए डोभाल ने इस दौरान स्थानीय लोगों से भी मुलाकात की. उन्होंने हिंसाग्रस्त इलाकों में रहने वाले अल्पसंख्यकों से बातचीत की और उन्हें भरोसा दिलाया कि वो अब सुरक्षित रहेंगे. उन्होंने लोगों से कहा कि अगर आप लोगों को कोई भी तकलीफ है तो आप हमें बताइए. कानून अपने हाथ में मत लीजिए. एनएसए नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली की संकरी गलियों में भी बातचीत करने पहुंचे. डोभाल ने लोगों से कहा- "आपकी हिफाजत करने के लिए हम हर कुर्बानी के लिए तैयार हैं. आप भी खुद को सुरक्षित रखिए. यही जज्बा है जो हमें एक हिंदुस्तान बनाता है." इस दौरान हिंदुस्तान जिंदाबाद और अजित डोभाल जिंदाबाद के भी नारे लगाए गए.
भले ही दिल्ली पुलिस पर लोगों ने सवाल खड़े किए हों, लेकिन एनएसए ने कहा कि दिल्ली पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है. बता दें कि अजित डोभाल मंगलवार से लगातार इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने पहले भी हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया था. इसके अलावा वो लगातार दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.
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