Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Odisha: ट्रेन हादसे के बाद जिस स्कूल में रखे गए थे शव, उसको तोड़ेगी सरकार

Odisha: ट्रेन हादसे के बाद जिस स्कूल में रखे गए थे शव, उसको तोड़ेगी सरकार

"स्कूल का जल्द ही एक नया स्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा, सरकार को अप्रूवल के लिए भेजा गया है"

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p>Odisha: ट्रेन हादसे के बाद जिस स्कूल में रखी गई थी लाशें, वहां तोड़फोड़ शुरू</p></div>
i

Odisha: ट्रेन हादसे के बाद जिस स्कूल में रखी गई थी लाशें, वहां तोड़फोड़ शुरू

(फोटो- क्विंट हिंदी/फाइल फोटो)

advertisement

बालासोर (Balasore) जिला प्रशासन ने 9 जून को फैसला लिया है कि बहानागा हाई स्कूल (Bahanaga high school) के प्राथमिक खंड को गिराना शुरू कर दिया जाएगा. यहां ओडिशा ट्रेन दुर्घटना (Odisha Train Accident) के बाद अस्थायी रूप से शव रखे गए थे. इस घटना में 288 लोगों की मौत हो गई थी. आज एक वर्चुअल मीटिंग में मंजूरी के बाद काम शुरू किया जाएगा. जल्द ही एक नया स्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा और काम तीन महीने में खत्म होने की संभावना है. स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों और लोक निर्माण विभाग की मौजूदगी में तोड़-फोड़ शुरू होने वाली है.

"इसको ध्वस्त किया जाने वाला है, इसके पीछे की वजह यहां डेड बॉडी रखा जाना है. इसलिए बच्चे डर रहे हैं और उनके पेरेंट्स भी स्कूल में भेजने के लिए हिचकिचा रहे हैं. इसलिए उस बिल्डिंग को ध्वस्त कर नया एक स्कूल बनवा दिया जाएगा. अभी तक वो फाइनल नहीं हुआ है. डिपार्टमेंट को जल्द अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा."
साईं कृष्णा जेना, डिप्टी कलेक्टर, बालासोर

जिला प्रशासन ने समिति द्वारा बनाए गए प्रस्ताव को गुरुवार को स्वीकृति के लिए राज्य को भेजा था, जिसे एक दिन बाद स्वीकार कर लिया गया.

इस वर्चुअल मीटिंग में ओडिशा के मुख्य सचिव पीके जेना, जन शिक्षा विभाग के सचिव एस अश्वथी सहित अन्य ने हिस्सा लिया.

स्कूल प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष दीपांजलि साहू ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि “प्रस्ताव आज स्वीकार कर लिया गया. जिस हिस्से में शव रखे गए थे, वहां नया निर्माण होगा. नई बिल्डिंग बनने के बाद, माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजने में संकोच नहीं करेंगे."

"हम इस फैसले का स्वागत करते हैं. बाउंड्रीवाल और अन्य ढांचों को तोड़ा जाएगा। गर्मी की छुट्टी के अंत से पहले इसे पूरा करने का लक्ष्य है ताकि जब छात्र आएं तो यह उनके लिए एक नई शुरुआत हो”
समिति के सदस्य आशीष कुमार साहू

दुर्घटना के बाद बहनागा हाई स्कूल में 205 शव रखे गए थे क्योंकि यह घटना स्थल के करीब था और शहर में बाकी कोई जगह इतनी बड़ी आकस्मिक संख्या को संभालने के लिए पर्याप्त नहीं थी. यह फैसला कुछ छात्रों के माता-पिता द्वारा उसी कमरे में बच्चों की कक्षा लगाने की आशंका के बाद आया है. गुरुवार को बालासोर के जिला कलेक्टर दत्तात्रेय भाऊसाहेब शिंदे ने स्कूल का दौरा किया था.

(इनपुट्स - इंडियन एक्सप्रेस)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT