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भारत-नेपाल बॉर्डर पर एक बार फिर गोली चलने की खबर है. बिहार के किशनगंज जिले के एसपी के मुताबिक, नेपाल पुलिस की ओर से सीमा के पास 3 भारतीयों पर गोली चलाई गई, इनमें से एक जख्मी हो गया. मामले की जांच जारी है. इससे पहले जून में बिहार के सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा में नेपाल पुलिस की तरफ से फायरिंग हुई थी. फायरिंग में एक शख्स की मौत भी हुई थी और दो जख्मी हुए थे.
भारत-नेपाल के रिश्तों में हमेशा गरमाहट रही है लेकिन पिछले कुछ महीनों से दोनों देशों के बीच के संबंध में कड़वाहट आई है. ये मामला मई से शुरू हुआ जब नेपाल ने बॉर्डर पर अपनी तरफ कालापानी के पास छांगरू में आर्म्ड पुलिस फोर्स (APF) को तैनात कर दिया. ये तैनाती भारत के रणनीतिक तौर पर अहम लिपुलेख पास को जोड़ने वाली एक लिंक रोड को बनाने के जवाब में की गई थी.
अगले ही महीने नेपाल ने अपनी संसद में नए नक्शे से जुड़ा संविधान संशोधन बिल पास करा लिया. इस नक्शे में भारतीय क्षेत्र लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को नेपाल का हिस्सा दिखाया गया. भारत ने इस नक्शे को सिरे से खारिज कर दिया था और कहा था कि “कृत्रिम रूप से क्षेत्र के विस्तार” को सहन नहीं किया जाएगा. उस वक्त भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि नेपाल के संशोधित नक्शे में भारतीय क्षेत्र के कुछ हिस्सों को शामिल किया गया है और काठमांडू को इस तरह के ‘’अनुचित मानचित्रीकरण दावे’’ से बचना चाहिए.
नक्शा विवाद के अलावा नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली की तरफ से भारत से जुड़े कुछ विवादास्पद बयान भी सामने आए.
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