Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019प्याज के गिरते दाम से डर लगने लगा है, निर्यात पर रोक हटाने की मांग

प्याज के गिरते दाम से डर लगने लगा है, निर्यात पर रोक हटाने की मांग

महाराष्ट्र के लासलगांव मंडी में एक महीने में प्याज के दाम 3801 रुपये से गिर कर 2300 रुपये क्विंटल पर पहुंच गए. 

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
प्याज के दाम में तेज गिरावट से किसानों को घाटे की आशंका 
i
प्याज के दाम में तेज गिरावट से किसानों को घाटे की आशंका 
( फाइल फोटो : istock) 

advertisement

महंगे प्याज के बाद अब सस्ते प्याज का दौर आने वाला है. लेकिन किसानों के लिए ये आफत का दौर होगा. सबसे ज्यादा प्याज पैदा करने वाले राज्य महाराष्ट्र की थोक मंडियों में पिछले कुछ दिनों में इसके दाम तेजी से गिरे हैं. प्याज की नई फसल के आने बाद इसके दाम में भारी गिरावट के आसार हैं. किसानों को आशंका है कि उन्हें अब औने-पौने दाम पर प्याज बेचना पड़ सकता है.

एक महीने में प्याज के दाम में तेज गिरावट

नई फसल आने के बाद प्याज के दाम गिरने की आशंका को देखते हुए इसके निर्यात पर पाबंदी हटाने की मांग तेज हो गई है.

सोमवार को महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी में प्याज का भाव 2300 रुपये प्रति क्विंटल था. जबकि एक जनवरी तक प्याज 3801 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा था. मंडी वालों का कहना है कि यहां फिलहाल हर दिन 20 हजार क्विंटल प्याज आ रहा है. अगले कुछ दिनों में मंडी में और अधिक प्याज आएगा.

प्याज की बढ़ती कीमतों की वजह से सरकार ने 30 सितंबर को प्याज का निर्यात रोक दिया था. कीमतों को कम करने के लिए प्याज के आयात की इजाजत दे दी गई थी.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बाढ़ में फसल बरबाद होने से बढ़े प्याज के दाम

प्याज के दाम बढ़ाने में देश के कई हिस्सों में सूखा और कुछ हिस्सों में बाढ़ का रोल रहा. मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में भारी बारिश की वजह से बड़े पैमाने पर प्याज फसल बरबाद हुई. जिससे देश के कई हिस्सों में प्याज के दाम 100 रुपये से लेकर 150 रुपये और कहीं-कहीं 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए.

लेकिन अब पिछले कुछ दिनों से लेट खरीफ (सितंबर-अक्टूबर में लगाया जाने वाला प्याज) की फसल के मंडी में पहुंचने के बाद इसके दाम में तेज गिरावट देखने को मिल रही है. नए प्याज की क्वालिटी भी अच्छी है. प्याज के दाम में तेज गिरावट के बाद किसानों और व्यापारियों को नुकसान की आशंका सता रही है. यही वजह है कि अब निर्यात पर पाबंदी हटाने की मांग भी तेज होने वाली है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT